चेन्नई इमारत हादसा : 11 शव बरामद, पांच गिरफ्तार

चेन्नई के निकट पोरू के मुगालीवाक्कम में शनिवार शाम एक बहुमंजिला इमारत के ढहने के बाद चलाये जा रहे व्यापक बचाव अभियान में अभी तक मलबे से 11 शव निकाले गए हैं। इसी बीच पुलिस ने कहा कि उसने इस हादसे के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

चेन्नई इमारत हादसा : 11 शव बरामद, पांच गिरफ्तार

चेन्नई : चेन्नई के निकट पोरू के मुगालीवाक्कम में शनिवार शाम एक बहुमंजिला इमारत के ढहने के बाद चलाये जा रहे व्यापक बचाव अभियान में अभी तक मलबे से 11 शव निकाले गए हैं। इसी बीच पुलिस ने कहा कि उसने इस हादसे के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।

मलबे में अभी तक कई लोगों के फंसे होने की आशंका जतायी जा रही है। बचाव अभियान के तहत सैकड़ों लोग मलबे को हटाने में लगे हुए हैं।

इमारत के दो कथित मालिकों को रविवार सुबह गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने दो इंजीनियरों सहित कुल पांच लोगों को इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तार किया है और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस महानिदेशक के रामानुजम ने मौके का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘चेन्नई पुलिस आयुक्त पहले ही मौके का दौरा कर चुके हैं। पांच लोगों को पकड़ गया है तथा घटना की जांच चल रही है।’ पुलिस ने बताया कि आज सुबह सुजाता एवं कृष्णावेणी को मलबे से निकाला गया। इसी के साथ अभी तक बचाये गये लोगों की संख्या 30 तक पहुंच गयी है।

तमिलनाडु अग्नि शमन एवं बचाव सेवा के 100 कर्मियों तथा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के 120 कर्मी इस हादसे क स्थल पर बचाव कार्यों में भाग ले रहे हैं। इस हादसे को हाल में चेन्नई में हुआ सबसे बड़ा इमारत हादसा बताया जा रहा है।

एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक एस पी सेलवन ने कहा, ‘बचाव अभियान पूरी गति से चल रहा है। हमारी प्राथमिकता जीवित बचे लोगों को निकालना है। हम लोगों का पता लगाने के लिए आधुनिक कैमरों का उपयोग कर रहे हैं तथा इस बात पर करीब से नजर रखी जा रही है कि मलबे में फंसे किसी व्यक्ति की आवाज तो नहीं सुनायी दे रही है।’ मलबे में फसे लोगों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है।

अधिकारी हादसे में बचाये गये लोगों से उन व्यक्तियों की संख्या के बारे में पूछताछ कर रहे हैं जो कल शाम करीब पांच बजे इमारत के ढहने के समय उसमें मौजूद थे। कांचीपुरम के जिला कलेक्टर, भास्करन ने बताया, ‘चेन्नई तथा कांचीपुरम, तिरूवल्लूर, वेल्लूर के पड़ोसी जिलों एवं तिरूचिराप्पली से 22 दमकल गाड़ियों को घटना स्थल के पास तैयार रखा गया है। इसी के साथ 50 से अधिक एम्बुलेंस तथा जेसीबी वाहनों को मौके पर भेजा गया है जो शनिवार शाम से बचाव प्रयासों में हिस्सा ले रहे हैं।’ मुख्यमंत्री जे जयललिता ने हादसे में मारे गये लोगों में से प्रत्येक के परिजन को दो लाख रूपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपए की सांत्वना राशि देने की घोषणा की है।

जिस जगह पर इमारत गिरी वहां तक जाने वाली सड़कों को खाली करवाया गया है ताकि बचाव अभियान सुगमता से चलाया जा सके। इसके अलावा जयललिता ने कांचीपुरम के जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि वह घायलों के लिए उपचार सुनिश्चित करे तथा सरकारी व्यय पर उनकी घर वापसी का प्रबंध करे। माना जा रहा है कि मलबे में फंसे कई लोग आंध्र प्रदेश से आये थे।

केन्द्रीय भारी उद्योग राज्य मंत्री पी राधाकृष्णन, एमडीएमके नेता वाइको एवं एमएमके प्रमुख जवाहिरूल्ला ने आज मौके का दौरा किया। इन नेताओं ने मामले के जिम्मेदार लोगों को कानून के शिकंजे में लाने के लिए कहा। इस बीच, डीएमडीके नेता विजयकांत ने एक बयान जारी कर घटना की भर्त्सना की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

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