केजरीवाल ने समझौते से किया इनकार, धरना स्‍थल बदलने की अपील को भी ठुकराया

अपने रुख से पीछे नहीं हटने का संकेत देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गतिरोध टालने के लिए केंद्र से समझौते से इनकार किया और आगाह किया कि राजपथ को लाखों समर्थकों से भर दिया जाएगा जो गणतंत्र दिवस समारोह में अवरोध उत्पन्न कर सकता है।

ज़ी मीडिया ब्‍यूरो
नई दिल्ली : अपने रुख से पीछे नहीं हटने का संकेत देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गतिरोध टालने के लिए केंद्र से समझौते से इनकार किया और आगाह किया कि राजपथ को लाखों समर्थकों से भर दिया जाएगा जो गणतंत्र दिवस समारोह में अवरोध उत्पन्न कर सकता है। वहीं, गणतंत्र दिवस की तैयारियों को लेकर केजरीवाल के बयान की बीजेपी ने कड़ी निंदा की है। उधर, दिल्‍ली पुलिस के कुछ आला अधिकारियों ने आज केजरीवाल से बातचीत की और उनसे धरना स्‍थल को जंतर मंतर ले जाने की अपील की।
पिछले सप्ताह दिल्ली के मंत्री के निर्देश पर कथित ड्रग और वेश्यावृत्ति गिरोह पर छापा मारने से मना करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए केजरीवाल का धरना मंगलवार को दूसरे दिन भी रेल भवन के निकट जारी है। यह जगह रायसीना हिल से ज्यादा दूर नहीं है जहां से गणतंत्र दिवस परेड शुरू होती है।
विरोध प्रदर्शन को समाप्त करने के लिए किसी भी समझौते को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा समझौते का मुद्दा नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि यहां विरोध कर रहे लोग पाकिस्तानी या अमेरिकी नहीं हैं। ये हमारे अपने लोग हैं। शिंदे कह रहे हैं कि हम गणतंत्र दिवस मनाएंगे लेकिन किनके लिए? वीआईपी ही समारोह और परेड देखेंगे? यह गणतंत्र दिवस नहीं है।
इससे पहले, कुछ पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने तेवर और कड़े करते हुए राजपथ पर जनसैलाब उमड़ने की चेतावनी दी। राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोहों का आयोजन होता है। केजरीवाल उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर रेल भवन के सामने धरने पर बैठे हैं जिन्होंने कथित मादक द्रव्य और देह व्यापार का रैकेट चलाने वालों पर छापा मारने से इनकार कर दिया था। धरना समाप्त करने संबंधी किसी भी बातचीत से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा बातचीत का विषय नहीं है।
मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि हमारा धरना जारी रहेगा। जब दिल्ली में इतने ज्यादा अपराध हो रहे हैं तो गृह मंत्री (सुशील कुमार) शिंदे सो कैसे सकते हैं, जब महिलाएं शहर में असुरक्षित हैं? हम बातचीत नहीं करेंगे। केजरीवाल रेल भवन के बाहर धरने पर बैठे हैं और यह जगह राजपथ के उस हिस्से के करीब है जहां कड़ी सुरक्षा के बीच गणतंत्र दिवस समारोहों के आयोजन की तैयारी हो रही है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में धरना स्थल पर पहुंचे हैं। अपने छह मंत्रिमंडलीय सहयोगियों और कुछ समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री ने रेल भवन के बाहर कड़ाके की ठंड में रात बिताई। केजरीवाल खुले आसमान के नीचे सड़क पर सोए जबकि उनके कुछ समर्थक आग जला कर गीत गाते रहे और नारे लगाते रहे। कैबिनेट मंत्री भी रात को सड़क पर सोए।
केजरीवाल ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो ‘हमारे लाखों समर्थक राजपथ पहुंचने लगेंगे। उन्हें (केंद्र को) लोगों की बात सुननी पड़ेगी। गृह मंत्री के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपना धरना जंतर मंतर पर स्थानांतरित नहीं करेंगे, जैसा कि पुलिस ने उनसे आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र को, कथित मादक द्रव्य और देह व्यापार का रैकेट चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग का आग्रह स्वीकार करना ही होगा। केजरीवाल ने कहा कि क्या दिल्ली की जनता ने उन्हें अपने लिए फैसले करने का अधिकार दिया है? नहीं। उन्होंने वह अधिकार मुझे दिया है। फिर शिन्दे मुझसे कैसे कह सकते हैं कि मैं कहां बैठूं? उन्हें मैं बताउंगा कि कहां बैठना है। मुख्यमंत्री ने पुलिस पर धरना स्थल पर अपने समर्थकों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इलाके को जेल में तब्दील कर दिया गया है। उन्होंने इस छोटे से हिस्से को जेल में तब्दील कर दिया है।

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