वाशिंगटन : अमेरिका की सीनेट ने एक द्विदलीय प्रस्ताव पारित कर 30 सितंबर को ‘अमेरिका-भारत भागीदारी दिवस’ के तौर पर मनाने का फैसला किया है जिसका उद्देश्य दोनों देशों द्वारा एक दूसरे को दिए योगदान को मान्यता देना है जो 21वीं सदी में भी रिश्तों में सहयोग देना जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29-30 सितंबर को राष्ट्रपति बराक ओबामा से बात करने के लिए व्हाइट हाउस में होंगे।
प्रस्ताव 17 सितंबर को डेमोक्रेटिक पार्टी के मार्क वॉनर और रिपब्लिकन पार्टी के जॉन कोरनियन ने पेश किया था और कल रात स्थगति होने से पहले सीनेट ने आम राय से यह प्रस्ताव पास कर दिया। सीनेट 12 नवंबर को कांग्रेश के लिये चुनाव के बाद फिर से बैठेगी। वार्नर और कोरनियन सीनेट में भारतीय लाबी के सह अध्यक्ष हैं।
प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत में 2014 में हुए आम चुनाव ऐतिहासिक थे और इन्होंने साबित किया है कि भारत का लोकतंत्र सभी धर्मों, जातियों, आर्थिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक विविधता को समाहित करता है।
इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति ओबामा ने चुनाव में मोदी की जीत के बाद उन्हें बधाई दी थी और भारत में और अमेरिका में आर्थिक अवसर को बढ़ावा देने, स्वतंत्रता एवं सुरक्षा के लिए मजबूत रिश्ते और प्रतिबद्धता पर जोर दिया था।