उज्जैन: यहां के दशहरा मैदान स्थित बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से घटिया इलाके की रहने वाली एक महिला ने 30 लाख के सोने के जेवरात गिरवी रखकर 9 लाख रुपये का लोन लिया था. बैंक ने सोने के बदले महिला को 9 लाख रुपए का कर्ज दिया था.
जिसके बाद महिला रुपए जमा करवा कर जेवर लेने के लिए पहुंची. लेकिन तब तक बैंक के लॉकर में रखे सोने के जेवरात गुम हो चुके थे. इस घटना के बाद माधवनगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. मामले की जांच चल रही है.
कुछ यूं है पूरा मामला
उज्जैन की घटिया तहसील की निवासी रेनू दुबे ने जनवरी में बैंक ऑफ इंडिया की दशहरा मैदान शाखा से गोल्ड लोन लिया था. इसके एवज में महिला ने करीब 30 लाख रूपए कीमत के सोने के जेवरात बैंक में गिरवी रखे थे. बैंक ने गोल्ड के एवज में 9 लाख रूपए महिला को दिए थे. करीब एक माह पूर्व महिला लोन चुकाने के लिए बैंक गई थी. महिला ने 9 लाख रूपए तो जमा करवा दिए लेकिन इसके बदले बैंक को महिला के जेवरात लौटाना था.
महिला के उड़े होश
लेकिन जब बैंक अधिकारियों ने लॉकर खोला तो उसमें महिला के जेवरात नहीं मिले. इस पर महिला ने बैंक को लीगल नोटिस भी दिया है. इसके अलावा माधव नगर थाने में बैंक के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई गई है.
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
जांच में जुटी पुलिस
उज्जैन के एएसपी प्रमोद सोनकर के अनुसार बैंक सोना गिरवी रखकर लोन देती है बैंक में ही गिरवी सोना रखने के लिए लाकर सुविधा है. इसकी चाबी बैंक के अधिकारियों के पास ही रहती है. फिलहाल मामला सामने आने पर बैंक अधिकारियों को बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने को कहा गया है. बैंक में जिन कर्मचारियों के पास लोन संबंधी जिम्मेदारी है उनसे भी पूछताछ की जा रही है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
बैंक में हुई इस घटना से ग्राहक बेहद परेशान हैं कि यदि बैंक के लॉकर से सोना गायब हो जाए तो फिर बैंक पर कौन भरोसा करेगा.