कोलकाता: पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के मंत्री और जमीयत-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दिकउल्ला चौधरी ने गृहमंत्री अमित शाह को धमकी दी कि अगर नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को फौरन वापस नहीं लिया गया तो जब भी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां के दौरे पर आयेंगे तो उन्हें हवाईअड्डे से बाहर कदम नहीं रखने दिया जाएगा.
नागरिकता कानून वापस लेने के लिये धमकाया
सिद्दिकउल्ला चौधरी ने ने कहा कि यह विवादित कानून मानवता और देश में बरसों से रह रहे नागरिकों के खिलाफ है. अगर जरूरत पड़ी तो हम लोग अमित शाह को शहर के हवाईअड्डे के बाहर कदम नहीं रखने देंगे. उन्हें रोकने के लिए हमलोग एक लाख लोग को वहां जमा कर सकते हैं. अगर उन्होंने इस कानून को वापस नहीं लिया.
ममता ने UN की निगरानी में जनमत संग्रह की मांग की थी
नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर चल रहे बवाल के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहद अजीबोगरीब मांग रखी थी. ममता बनर्जी ने कहा कि इस पूरे मामले पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराना चाहिए. भारत के आंतरिक मामले में विदेशी हस्तक्षेप की मांग हैरान करने वाली है.
विपक्ष कर रहा है नागरिकता कानून का विरोध
मोदी सरकार द्वारा लाए गये नागरिकता संशोधन कानून का विपक्ष ने संसद में भी विरोध किया था लेकिन वो सरकार की रणनीति के आगे बेदम साबित हुआ था. अब विपक्षी दल देश भर में हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे आम नागरिक को निशाना बनाया जा रहा है. इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित अन्य लोगों को पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में गुरुवार को हिरासत में लिया.
कांग्रेस करेगी रामलीला मैदान में प्रदर्शन
कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सोमवार को राजघाट पर सत्याग्रह करने का फैसला किया है जिसमें पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की संभावना है. CAA और NRC की आड़ लेकर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी लगातार सियासी सवारी कर रहे हैं. इस बार उन्होंने CAA पर हो रहे प्रदर्शन को हथियार बनाते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह देश के लोगों को बांट रहे हैं.
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