लखनऊ: उत्तरप्रदेश की एनडीए सरकार में ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री और यूपी सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस को दंगाइयों का अगुआ कहा है. शनिवार को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस समेत विपक्ष ने शांत उत्तर प्रदेश को आग लगाई. अब जब सरकार ने दंगाइयों पर कार्रवाई शुरू की तो वे उनके पीछे खड़े हो कर सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अतिवादी और हिंसा में लिप्त संगठनों का बचाव कर रही है. उसका हाथ साफ तौर पर दंगाइयों के साथ है.
हिंसा फैलाने वाले लोगों का सिमी आतंकी संगठन से है रिश्ता
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा ने अफवाह गैंग के साथ मिलकर नागरिकता संशोधन कानून के बारे में भ्रम फैलाने की कोशिश की. उसके बाद पीएफआई जैसे अतिवादी संगठन ने सुसंगठित तरीके से यूपी को हिंसा और दंगे की आग में झोंक दिया. हिंसा करने वाले लोग प्रशिक्षित थे.
सरकार के पास ऐसे पुख्ता सबूत हैं जो इसकी पुष्टि के साथ संगठन की संलिप्तता को भी साबित करते हैं. इस संगठन में ऐसे लोग शामिल हैं जो पहले प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिमी में रह चुके हैं.
नकली गांधी एंड कंपनी कर रही है दंगाइयों का महिमामंडन
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने ऐसे लोगों को चिह्नित किया है, जिन्होंने हिंसा फैलाई. सपा-बसपा और कांग्रेस ने हिंसा को अपना मूक समर्थन दिया है. हिंसा में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है, लेकिन विपक्ष खासकर नकली गांधी एंड कंपनी के लोग दंगाइयों का महिमामंडन कर रहे हैं.
उनके नेता दंगाइयों के घर जा रहे हैं और शांति की राह पर आगे बढ़ चले प्रदेश में फिर से अराजकता फैलाने का षडयंत्र रचा जा रहा है. यह स्थिति बहुत शर्मनाक है.
विरोध करने की स्वतंत्रता लेकिन आगजनी की नहीं
प्रदेश में विरोध करने की पूरी स्वतंत्रता है, लेकिन विरोध के नाम पर हिंसा और आगजनी करने का अधिकार किसी को नहीं दिया जा सकता. हिंसा में शामिल लोगों पर प्रशासन अपने हिसाब से कार्रवाई करेगा. विपक्ष को भी राजनीति करने का पूरा अधिकार है, लेकिन वह प्रदेश की 22 करोड़ जनता की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की शर्त पर नहीं.
कांग्रेस दंगाइयों का महिमामंडन करना बंद करे और प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाये रखने के प्रयासों में सहयोग करे.