नई दिल्ली. हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें ये दावा किया गया है कि चीन और WHO चोर-चोर मौसेरे भाई हैं. बताया गया है कि कोरोना की जानकारी रोकने के लिए चीन ने WHO से कहा था और इस हुकुम की तामील भी पूरी शिद्दत से की गई.
जर्मन मीडिया का है ये दावा
जर्मन मीडिया दुनिया में अपनी विश्वसनीयता के लिये जाना जाता है. ये वो मीडिया है जो अपनी सरकार को विरोध करने में भी हिचकिचाता नहीं. इसी मीडिया के मन्च से कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यक्तिगत तौर पर WHO के निदेशक टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस से कहा था कि वे कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक चेतावनी जल्दी न जारी करें. जर्मन न्यूज मैगजीन डेर स्पिगेल ने देश की फेडेरल इंटेलिजेंस सर्विस से मिली जानकारी पर विश्वास जताते हुए यह दावा किया है.
बीएनडी की खुफिया खबर से मिली जानकारी
जर्मनी की खुफिया एजेन्सी का नाम है बीएनडी. इस जर्मन फेडरल इंटेलिजेंस सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि शी जिनपिंग और टेड्रोस के बीच जनवरी में ये बातचीत हुई थी. बीएनडी की जानकारी का हवाला देते हुए डेर स्पिगेल ने इस बातचीत की तारीख का जिक्र भी किया और बताया कि '21 जनवरी को चीन के नेता शी जिनपिंग ने WHO प्रमुख टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस से कहा कि वे इंसान से इंसान में संक्रमण फैलने की जानकारी फिलहाल रोकलें और महामारी की चेतावनी जारी करने में विलंब करें.
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