अम्फान के बाद अब गुजरात में हिका चक्रवात का खतरा, अलर्ट जारी

मौसम के जानकारों का कहना है कि गुजरात के समुद्र तट पर हिका नाम का चक्रवात तबाही मचा सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात में हिका नाम का चक्रवात 4 से 5 जून के बीच तबाही मचा सकता है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : May 30, 2020, 04:54 PM IST
    • फिलहाल अरब सागर के डीप डिप्रेशन के चलते गुजरात के समुद्री किनारे पर एक नंबर का सिग्नल जारी किया गया है
    • इससे पहले सौराष्ट्र के समुद्री तट पर वायु चक्रवात का खतरा मंडराया था
अम्फान के बाद अब गुजरात में हिका चक्रवात का खतरा, अलर्ट जारी

गांधीनगरः अभी ओडिशा और पं. बंगाल अम्फान चक्रवात के कहर से उबरे भी नहीं हैं कि देश के एक और सागरीय तट पर तूफान का खतरा मंडरा रहा है. कोरोना संकट के बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्रवात-भूकंप और बेमौसम बरसात जैसी प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है.

इसी कड़ी में गुजरात कि समुद्री किनारों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. देश में अम्फान तूफान के कोहराम के बाद अब गुजरात के समुद्र तट पर हिका चक्रवात का खतरा मंडराने लगा है.  

4 से 5 जून के बीच आ सकती है तबाही
मौसम के जानकारों का कहना है कि गुजरात के समुद्र तट पर हिका नाम का चक्रवात तबाही मचा सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि गुजरात में हिका नाम का चक्रवात 4 से 5 जून के बीच तबाही मचा सकता है.

यह तूफान गुजरात के द्वारका ओखा और मोरबी से टकराता हुआ, कच्छ की ओर जा सकता है, संभावना जताई जा रही है कि अन्य तूफानों के तरह यह भी कच्छ के कंडला और आसपास के इलाकों में भारी नुकसान पहुंचा सकता है. 

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120 किलोमीटर की गति से चलेगी हवा
फिलहाल अरब सागर के डीप डिप्रेशन के चलते गुजरात के समुद्री किनारे पर एक नंबर का सिग्नल जारी किया गया है, साथ ही मछुआरों को समुद्र में ना जाने के लिए कहा गया है. पहले ये चक्रवात ओमान की ओर आगे बढ़ रहा था, लेकिन अब गुजरात की ओर आगे बढ़ रहा है.

फिलहाल माना जा रहा है कि ये चक्रवात जिस वक्त जमीन से टकराएगा हवा की गति 120 किमी रहेगी. साथ ही तेज हवा भी चलेगी.

पहले था वायु का खतरा
इससे पहले सौराष्ट्र के समुद्री तट पर वायु चक्रवात का खतरा मंडराया था, लेकिन ये चक्रवात वेरावल के पास से गुजर गया और समुद्र में ही खत्म हो गया. हालांकि पास से गुजरने के बावजूद तेज हवा की वजह से समुद्र किनारे वाले शहर में भारी नुकसान हुआ था.

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