Village In China: चीन के एक गांव में कोबरा, अजगर, वायपर, रैटल जैसे जहरीले सांपों (Poisonous Snake) से लेकर बिना जहर वाले सांपों तक, सभी की खेती की जाती है. गर्मियों में सांपों के बच्चों को पाला जाता है और सर्दियों में बेच दिया जाता है. अमेरिका (America), रूस, दक्षिण कोरिया, जर्मनी समेत इन सांपों को दुनिया के कई देशों में बेचा जाता है. इस गांव में लगभग 1,000 लोग अपना जीवन यापन करते हैं. 


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काफी बड़ा व्यापार


सांपों के व्यापार (Business) का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां की आबादी को देखते हुए, यहां पर 100 से भी ज्यादा स्नेक फार्म हैं. त्वचा के रोगों को ठीक करने से लेकर कैंसर की दवाइयों (Medicines) तक, लोग सांप का इस्तेमाल करते हैं. चीन में सांपों की खेती की परंपरा (Tradition) काफी पुरानी है. 


दवाइयों में होता है इस्तेमाल


बताया जाता है कि 1980 में इस गांव में पहली बार सांपों की खेती (Snake Farming) हुई थी. यानी इस गांव के लोग कई सालों से खेतों में फसल की जगह सांपों को पालते हैं. चीनी दवाइयों में भी जहरीले सांपों को इस्तेमाल किया जाता है. इस गांव में लोग जहरीले सांपों को पालते हैं और इन सांपों की खेती करते हैं. आपको बता दें कि चीन के इस गांव का नाम जिसिकियाओ (Zisiqiao) है. हर साल लगभग 30 लाख सांपों की खेती की वजह से गांव में रहने वाले लोग इन सांपों को अपनी आय का मुख्य साधन बनाते हैं.


सांपों की वजह से चलता है घर


सांप का नाम सुनते ही कई लोगों की रगों में खौफ का अहसास दौड़ने लगता होगा. ऐसे में कुछ लोग हैं जो सांपों (Snakes) को अपने घरों में पालते हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इन सांपों की वजह से ही ये लोग अपना घर चला पाते हैं. दरअसल ऐसा चीन के झेजियांग प्रांत (Zhejiang Province) के एक गांव में होता है.


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