ऋषिकेश के इस आश्रम में एक हजार से ज्यादा कमरे हैं. इस आश्रम में रुकने के लिए अच्छी खासी व्यवस्था है और सबसे बड़ी बात कि यहां पर आपसे एक भी रुपया वसूला नहीं जाएगा. इस आश्रम में मंदिर के अलावा एक लाइब्रेरी भी है. यहां पर आए सभी गेस्ट को शाकाहारी भोजन परोसा जाता है.
ये विशाल शिवजी की मूर्ति ईशा फाउंडेशन में ही स्थापित है. यहां पर स्थित आश्रम में अगर आप स्वयंसेवी कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे तो आपको मुफ्त में रहने की सुविधा प्राप्त होगी. कोयंबतूर भी घूमने के लिए काफी सुंदर और शांत पहाड़ों से घिरी हुई जगह है.
केरल में आपको काफी हरियाली देखने को मिलेगी. आनंदाश्रम में आप इतनी शांति महसूस करेंगे कि आपको पक्षियों के चहचहाने की आवाज भी साफ-साफ सुनाई देगी. यहां पर आपको खाने के लिए भी पैसे देने की जरूरत नहीं है. इधर रहकर आपको काफी सुकून मिलेगा.
ऋिषिकेश के इस आश्रम में भी आप स्वयंसेवी कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर यहां फ्री में रह सकते हैं. इस आश्रम में कई लोग विदेश से भी रहने के लिए आते हैं. इतना ही नहीं अगर आपने यहां के कार्यक्रम में हिस्सा लिया तो आपको एक सम्मान प्रमाण पत्र भी दिया जाता है.
तमिल नाडु के इस आश्रम का वातावरण भी शहर के शोर-गुल से बिल्कुल अलग है. भगवान के दर्शन करने आए भक्तों को यहां ठहरने के लिए किसी भी तरह का भुगतान नहीं करना पड़ता. आप यहां शाकाहारी भोजन का लुत्फ उठा सकते हैं. लेकिन यहां रुकने के लिए आपको 6 हफ्ते पहले बुकिंग करानी पड़ती है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़