City of vegetarian: गुजरात के भावनगर जिले में स्थित पालिताना दुनिया का पहला ऐसा शहर बन गया है, जहां मांसाहारी भोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है. इस फैसले के तहत मांस के लिए जानवरों की हत्या, मांस की बिक्री और सेवन को अपराध घोषित किया गया है. अब पालिताना में मांस और अंडे की बिक्री बंद कर दी गई है, साथ ही जानवरों का कटान भी पूरी तरह वर्जित है. जो भी इस नियम को तोड़ेगा, उसे सजा का प्रावधान है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें: अरे बाप रे! 10 मिनट लाश के पास बैठिए और पाइए 25 हजार रुपये, जानें कैसे होगा सेलेक्शन 


200 जैन भिक्षुओं ने कराया नॉनवेज बैन


यह फैसला सरकार ने तब लिया जब लगभग 200 जैन भिक्षुओं ने लगातार विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने शहर में करीब 250 कसाई की दुकानों को बंद करने की मांग की थी. उनके इस प्रदर्शन ने जैन समुदाय के धार्मिक और नैतिक विश्वासों को दिखाया, जो अहिंसा को अपने जीवन का मुख्य सिद्धांत मानते हैं.


नॉनवेज पर सरकार ने लगाया प्रतिबंध


अब गुजरात के पालीताना में मांसाहारी भोजन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है. मांसाहारी भोजन के विरोधियों का कहना है कि मांस देखना परेशान करने वाला होता है और इसका खासकर बच्चों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.


ये भी पढ़ें: डेडिकेशन या एडिक्शन? लड़के का गेमिंग जुनून देख हैरान हो जाएंगे  आप!
 


इस शहर में भी है बैन


पालिताना के उदाहरण को देखते हुए, गुजरात के अन्य शहरों जैसे राजकोट, वडोदरा, जूनागढ़ और अहमदाबाद ने भी इसी तरह के नियम लागू किए हैं. राजकोट में, अधिकारियों ने मांसाहारी भोजन की तैयारी और सार्वजनिक स्थानों पर मांस दिखाने पर रोक लगा दी है. यह कदम लोगों की संवेदनशीलता का सम्मान करने और सार्वजनिक स्थानों पर मांस के नकारात्मक प्रभाव को रोकने के लिए उठाया गया है.


ये भी पढ़ें: Video: बिजली के तार पर कपड़े सुखाने लगे अंकलजी, पूछे- ऐसा क्यों.. तो दिया अजीब जवाब
 


नॉनवेज खाना है पूरी तरह से बैन 


पालिताना कोई साधारण शहर नहीं है, बल्कि यह जैन धर्म के अनुयायियों के लिए सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, जिसे "जैन मंदिर शहर" का उपनाम मिला है. शत्रुंजय पहाड़ियों के आसपास बसा यह शहर 800 से ज्यादा मंदिरों का घर है, जिनमें सबसे प्रसिद्ध आदिनाथ मंदिर है. ये मंदिर हर साल हजारों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जो इस शहर के आध्यात्मिक महत्व को और भी बढ़ा देते हैं.