5 साल से एक ही चीज को पाने में फेल हुईं दो लड़कियां, फिर इकट्ठे होकर खोल दिया ये बड़ा राज!
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5 साल से एक ही चीज को पाने में फेल हुईं दो लड़कियां, फिर इकट्ठे होकर खोल दिया ये बड़ा राज!

Life Of Failure: कम उम्र की इन दो लड़कियों के बीच की बातचीत हाल ही में चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है जिस पर लाखों लोगों ने प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि इन दोनों ने शायद जीवन का असली मतलब समझा दिया है. इसके सतह उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी बातचीत ने लोगों के दिलों को छू लिया है. चीन के बाद अब भारत में भी यह कहानी वायरल हुई है.

5 साल से एक ही चीज को पाने में फेल हुईं दो लड़कियां, फिर इकट्ठे होकर खोल दिया ये बड़ा राज!

Young Chinese Girls Heartfelt Chat: जीवन में सफलता और असफलता का क्रम बना रहता है. हम किसी चीज में सफल होते हैं या फिर असफल होते हैं, लेकिन असफलता के बाद भी हार नहीं मान लेना चाहिए कि अब कुछ नहीं हो सकता है. हाल ही में चीन की दो लड़कियों की एक ऐसी कहानी सामने आई है उन्होंने पांच साल से एक ही चीज के लिए मेहनत की और वह नहीं मिल पाई. इसके बाद उन्होंने कुछ ऐसी बातें कह दी हैं जो लोगों के दिलों को छू रही हैं. उनकी बातों पर लोग जमकर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.

उनकी बातचीत से लोग गदगद
दरअसल, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक इनमें एक 28 साल की वानवान है जिसके पास एक शीर्ष चीनी विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री है. वहीं दूसरी तरफ 29 वर्षीय चाओचाओ है, जिसके पास एक मास्टर डिग्री है. इन दोनों मुलाकात हाल ही में चीनी सोशल मीडिया पर हुई है और वे दोनों इकठ्ठा हुईं तो उन्होंने अपने पांच की असफलताओं का चिट्ठा खोलकर लोगों के सामने रख दिया. उनकी बातचीत से लोग काफी गदगद नजर आ रहे हैं. 

लेकिन सफलता नहीं मिल पाई
पिछले पांच सालों में दोनों ने अपने सपनों का पीछा किया और उन्होंने नौकरी के लिए तमाम प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है. इसके बावजूद भी चिंतित रहने की बजाय उन्होंने विकल्पों से भरे जीवन से उम्मीद नहीं छोड़ी. उनका कहना है कि हारे हुए होना ठीक है लेकिन हार के साथ बैठ जाना ठीक नहीं है. दोनों महिलाओं ने एक साथ 2017 में सेंट्रल चाइना नॉर्मल यूनिवर्सिटी से स्नातक किया है. 

कई बार असफल होने के बाद..
वानवान ने कहा कि उसके पास एक दर्जन से अधिक नौकरियां हैं लेकिन उसने उन सभी को अर्थहीन पाया है. उधर पटकथा लेखन के काम को खोजने में कई बार असफल होने के बाद, चाओचाओ ने पेंटिंग का अध्ययन करने का फैसला किया. उसका कहना है कि वह कुछ ऐसा जो वह हमेशा से करना चाहती थी उसे नहीं मिल रहा है. सीमित बचत के साथ, खुद को खिलाने के लिए, उसने सबसे पहले एक हॉटपॉट रेस्तरां में क्लीनर के रूप में नौकरी पाई थी. 

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ
जल्द ही उसने नौकरी छोड़ दी और अंशकालिक लेखन कार्य पर काम करने लगी है. दोनों ने कबूल किया कि वे कभी-कभी चिंतित जरूर महसूस करती थीं कि उनके साथियों ने अपना घर बना लिया. और वे माता-पिता बनने के लिए पर्याप्त पैसा कमाते हैं, लेकिन अंततः उन्होंने खुद के साथ शांति बना ली है. उनका कहना है कि जब तक हम अभी भी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ हैं, तब तक हम सब कुछ फिर से शुरू कर सकते हैं.

जीवन अलग-अलग रास्तों से भरा
असफलता में फंस जाना और आगे बढ़ने का साहस खो देना वास्तव में भयानक है. जब तक हम खुद को खिला सकते हैं तब तक हम ठीक हैं. जीवन अलग-अलग रास्तों से भरा है, और हम कोई भी रास्ता नहीं चुनते हैं. अंत में उन्होंने डब्ल्यू समरसेट मौम के उपन्यास का हवाला देते हुए कहा कि सिक्सपेंस पर चंद्रमा को चुनने का फैसला किया, जो सपनों और वास्तविकता के बीच मानव संघर्ष को दर्शाता है.

इन लड़कियों ने और भी कई चीजों पर अपनी राय रखी. उन दोनों के जीवन के प्रति आशावादी दृष्टिकोण ने कई लोगों को प्रभावित किया है. उनकी बातचीत पर एक यूजर ने लिखा कि अगर मैं एक दिन अपने सपने को छोड़ देता हूं, तो मैं वास्तव में हार जाऊंगा. एक अन्य ने लिखा कि आप बहुत सकारात्मक हैं. जैसा कि कोई इस समय कठिन जीवन से गुजर रहा है, मैं प्रोत्साहित महसूस करता हूं.

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