Who are Ahmadi Muslims: पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमानों पर जुल्म बढ़ता ही जा रहा है. पाकिस्तान के कराची शहर में सोमवार को भीड़ ने एक अहमदी इबादत स्थल में तोड़फोड़ की. कराची के महापौर मुर्तजा वहाब ने कहा कि सदर इलाके में हुई घटना के बाद पुलिस ने हमले के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में नकाबपोश लोगों को अहमदिया हॉल की छत पर मीनारों को नुकसान पहुंचाने के लिए हथौड़े का इस्तेमाल करते हुए कथित तौर पर दिखाया गया है, जबकि इमारत के बाहर अन्य लोग नारे लगा रहे हैं. इबादत स्थल चहल-पहल वाले सदर इलाके में प्रीडी पुलिस थाने से सिर्फ दो गलियों की दूरी पर स्थित है. पाकिस्तान में जमात अहमदिया के प्रवक्ता अमीर महमूद ने कहा कि दोपहर की नमाज के तुरंत बाद करीब 10 लोगों ने इमारत पर हमला कर दिया.



बता दें कि अहमदिया समुदाय के इबादतघरों पर हमले का यह तीन दिन में दूसरा मामला है. इससे पहले गुरुवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस ने अल्पसंख्यक अहमदी समुदाय के दो धार्मिक स्थलों की मीनारें ढहा दी थीं. इससे पहले कुछ कट्टरपंथी इस्लामवादियों ने आरोप लगाया था कि ये मीनारें अवैध रूप से बनाई गई हैं. जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान पंजाब के अधिकारी आमिर महमूद ने कहा था, 'कट्टरपंथी इस्लामवादियों के दबाव में शेखपुरा और गुजरात जिलों में अहमदी धार्मिक स्थलों की मीनारें पुलिस ने ध्वस्त कर दीं.' पुलिस ने इन धार्मिक स्थलों में लिखी आयतों को भी खराब कर दिया है.


पाकिस्तान में हाशिए पर अहमदी मुसलमान


इससे पहले गुरुवार को जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान पंजाब के अधिकारी आमिर महमूद  ने कहा था कि पाकिस्तान में पहले से ही हाशिए पर पहुंच चुके अहमदियों के लिए स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है. वे दुष्ट तत्वों के हाथों उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं. पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर पंजाब में धार्मिक स्थलों की मीनारों को ढहाने की घटनाएं लगातार जारी हैं. यह एक नया चलन है और अधिकारी कुछ नहीं कर रहे हैं. पाकिस्तान में अहमदी समुदाय के लोगों को आमतौर पर कादियानी कहा जाता है, जो उनके लिए अपमानजनक शब्द माना जाता है.


घोषित किया गया गैर-मुस्लिम


साल 1974 में पाकिस्तान की संसद ने अहमदी समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था. एक दशक बाद, उन पर खुद को मुस्लिम कहने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. उन पर उपदेश देने और तीर्थयात्रा के लिए सऊदी अरब जाने पर प्रतिबंध लगा है. हालांकि पाकिस्तान में अहमदियों की संख्या लगभग दस लाख है, लेकिन अनौपचारिक आंकड़ों के अनुसार उनकी आबादी कहीं अधिक हैं.