पाकिस्तानी मंत्री का बड़ा आरोप, ‘60 अरब डॉलर के CPEC प्रोजेक्ट को इमरान खान सरकार ने किया था बदनाम’
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पाकिस्तानी मंत्री का बड़ा आरोप, ‘60 अरब डॉलर के CPEC प्रोजेक्ट को इमरान खान सरकार ने किया था बदनाम’

Pakistan China Relations: पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसन इकबाल ने  कहा कि परियोजना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए और पश्चिमी देशों की मीडिया ने इमरान खान की पार्टी के नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया. 

पाकिस्तानी मंत्री का बड़ा आरोप, ‘60 अरब डॉलर के CPEC प्रोजेक्ट को इमरान खान सरकार ने किया था बदनाम’

Pakistan News: पाकिस्तान के योजना मंत्री अहसन इकबाल ने दावा किया कि 60 अरब अमेरिकी डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) को नुकसान पहुंचाने को लेकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने यह भी दावा किया कि चीन ने 2018 के आम चुनावों से पहले पाकिस्तान की तत्कालीन सरकार को किसी भी तरह के ‘नए प्रयोग’ के खिलाफ चेतावनी दी थी.

योजना मंत्री ने शनिवार रात एक निजी समाचार चैनल 'जियो टीवी' के एक कार्यक्रम के दौरान यह दावा किया.

पीटीआई पर लगाया सीपीईसी परियोजना को लेकर गंभीर आरोप
इकबाल ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पर सीपीईसी परियोजना को बदनाम करने का आरोप लगाया और कहा कि परियोजना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए और पश्चिमी देशों की मीडिया ने इमरान खान की पार्टी के नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा, शायद, ऐसा पहली बार हुआ कि चीन की सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने उस मंत्री के खिलाफ निंदनीय बयान जारी किया, जिसके साथ वह काम कर रही थी.

 ‘चीन ने कूटनीतिक तरीके से दिया संदेश
जियो टीवी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता के हवाले से कहा, ‘चीन ने कूटनीतिक तरीके से तत्कालीन सरकार को किसी भी नए प्रयोग से बचने के लिए (एक संदेश) देने की कोशिश की थी क्योंकि इससे सीपीईसी को नुकसान पहुंचता.’

पाकिस्तान की तत्कालीन सरकार ने चीन को आश्वस्त किया था कि यहां जो भी सरकार सत्ता में आएगी, वह सीपीईसी के बुनियादी ढांचे और ‘कनेक्टिविटी’ परियोजना में बाधा उत्पन्न नहीं करेगी.

योजना मंत्री ने कहा, चीन ने सरकार से चुनावों में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा था क्योंकि ‘परिवर्तन का कोई भी प्रयोग पाकिस्तान के लिए फायदेमंद नहीं होगा और सीपीईसी को नष्ट कर देगा.’

एक प्रश्न के जवाब में मंत्री ने देश की प्रगति और विकास के लिए नीतियों की निरंतरता की आवश्यकता पर बल दिया.

(इनपुट – न्यूज एजेंसी- भाषा)

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