Pakistan Political Crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान का सियासी संकट भी किसी से छिपा हुआ नहीं है. पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पाकिस्तानी सेना के बीच तकरार चल रही है. इस बीच पाक सेना ने इमरान खान को लेकर एक फरमान जारी किया है. 


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इस हफ्ते की शुरुआत में इस्लामाबाद में हुई एक बैठक में पाकिस्तान की ताकतवर सेना ने देश के मीडिया घरानों से पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषणों, बयानों, ट्वीट या तस्वीरों को पब्लिश या ऑन एयर नहीं करने को कहा है. एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है.


क्यों जारी किया गया आदेश


दरअसल इमरान  खान की गिरफ्तारी और 9 मई को लाहौर में पाक सेना के जनरल के घर में तोड़फोड़ के बाद सेना ने यह कदम उठाया है. 


द इंटरसेप्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने जो इमरान खान की मीडिया कवरेज को कम करने का फरमान जारी किया है, उसकी पुष्टि देश के आधा दर्जन से ज्यादा पत्रकारों ने की है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बैठक के बाद, पाकिस्तान की न्यूज ऑर्गनाइजेशन्स ने अपने पत्रकारों को इमरान खान के कवरेज को रोकने के निर्देश जारी किए.


द इंटरसेप्ट ने एक पाकिस्तानी पत्रकार के हवाले से कहा, मीडिया कंपनियों को नुकसान पहुंचाने के लिए उनके पास बहुत सारे तरीके हैं. पत्रकार ने कहा, उनके प्रिंटऔर केबल  डिस्ट्रीब्यूशन  के साथ खिलवाड़ कुछ उदाहरण हैं. बाकी  ब्लैकमेल एक अन्य टूल है.


कवरेज पर लगी रोक


वहीं 2 जून को पाकिस्तान के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियामक प्राधिकरण ने नफरत फैलाने वालों, दंगाइयों, उनके मददगारों और अपराधियों की कवरेज पर रोक लगा दी थी.


दूसरी ओर, पाक की शहबाज सरकार ने कहा कि वह सुनिश्चित कर रही है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान (70) की सोशल मीडिया  एक्टिविटीज पर भी रोक लगे.


एक सरकारी अधिकारी ने कहा, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों को निर्देशित किया गया है कि वे खान के भाषणों, बयानों, ट्वीट को पब्लिश या ऑन एयर न करें या उनकी तस्वीरों को न दिखाएं. अधिकारी ने कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इमरान खान का मीडिया कवरेज पूरी तरह बंद हो.