चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. एक तरफ वह सीमा विवाद के शांतिपूर्ण हल की बातें कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ भारत को गीदड़भभकी देने में लगा है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स (Global Times) के संपादक ने ट्वीट करके भारत को गीदड़भभकी दी है.
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बीजिंग: चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. एक तरफ वह सीमा विवाद के शांतिपूर्ण हल की बातें कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ भारत को गीदड़भभकी देने में लगा है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स (Global Times) के संपादक ने ट्वीट करके भारत को गीदड़भभकी दी है. जाहिर है, बिना राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सहमति के यह संभव नहीं.
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. सीमा विवाद को हल करने के लिए चीन के अनुरोध पर भारतीय विदेश मंत्री ने हाल ही में चीनी समकक्ष से मुलाकात की थी. इस बैठक में दोनों देशों के बीच 5-सूत्रीय एजेंडे पर सहमति बनी थी. इसके बावजूद चीन की तरफ से उकसावे की कार्रवाई जारी है.
PLA is training attacking tanks in Tibet region. Yes, it targets China-India border situation. China hopes the five-point consensus reached between the two foreign ministers can be implemented, but is ready to strike a heavy blow to Indian troops if they refuse to implement it. pic.twitter.com/azlPwVPJt6
— Hu Xijin 胡锡进 (@HuXijin_GT) September 14, 2020
सहमति पर अमल नहीं किया, तो...
ग्लोबल टाइम्स के संपादक हू शिजिन (Hu Xijin) ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का एक अभ्यास वीडियो अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किये है. साथ ही, उन्होंने लिखा है कि चीनी सेना भारतीय टैंकों का खात्मा करने का अभ्यास कर रही है. इतना ही नहीं शिजिन ने धमकी भी दी है कि यदि भारत विदेश मंत्रियों के बीच हुई पांच सूत्री सहमति को लागू नहीं करता है, तो चीनी सेना भारत को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है.
हर स्थिति से निपटने के लिए भारत तैयार
भारत चीन की फितरत से वाकिफ है, इसलिए वह हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. जिस तरह से चीन लगातार अपना स्टैंड बदल रहा है, उससे यह आशंका है कि सीमा विवाद जल्द हल होने वाला नहीं है. इसके मद्देनजर भारतीय सेना (Indian Army) ने पूरी सर्दियां लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तैनाती के लिए तैयारी कर रखी है. लेह (Leh) स्थित 14 वीं कोर के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल अरविंद कपूर के मुताबिक, सेना के लिए ईंधन, विशेष कपड़े, टेंट, खास भोजन जैसी चीजों की इतनी मात्रा एकत्र कर ली गई है जो अगले 14 महीने के लिए पर्याप्त है.
वायुसेना के ग्लोबमास्टर (Boeing C-17 Globemaster) और आईएल 76 (IL 76) जैसे बड़े ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट से रसद और दूसरा साजोसामान लगातार लेह एयरपोर्ट पहुंच रहा है. इनमें आर्कटिक टेंट, कमरा गर्म करने के लिए कैरो हीटर जैसी चीजें शामिल हैं जिनकी ऊंचाई पर तैनात सैनिकों को आने वाली सर्दियों में जरूरत होगी.
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