Flood in Pakistan: पाकिस्तान में बाढ़ ने भारी तबाही मचा रखी है. अब तक बाढ़ की वजह से यहां करीब 1100 लोगों की मौत हो चुकी है. 10 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं. बाढ़ ने सबसे ज्यादा नुकसान इन्फ्रास्ट्रक्चर को पहुंचाया है. यहां की करीब 3 हजार किलोमीटर सड़क बह चुकी है. कई पुल और बांध टूट चुके हैं. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, बाढ़ से इस समय करीब 3 करोड़ लोग प्रभावित हैं. मौसम विभाग के मुताबिक बारिश ने यहां 30 साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बारिश से सिर्फ जान की क्षति ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान को इससे अरबों रुपये का भी नुकसान हुआ है.


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इन जिलों में सबसे ज्यादा असर


पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, देश के करीब 110 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. सरकार इनमें से 72 जिलों को आपदा प्रभावित घोषित कर चुकी है. सिंध, कराची, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान प्रांत में सबसे भयावह स्थिति है. सिंध के 23 जिले बाढ़ की चपेट में हैं और इससे करीब 1.45 करोड़ लोग प्रभावित हैं. बलूचिस्तान के 34 जिले भी इस प्रलय में डूबे हुए हैं. यहां के 91 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. इसके बाद खैबर पख्तूनख्वा में 33 जिले बाढ़ की चपेट में आए हुए हैं.


इन्फ्रास्ट्रक्चर और आर्थिक नुकसान भी


बाढ़ ने पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में कई सड़कों, पुल और बांध को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है. बाढ़ में करीब 3 हजार किलोमीटर की सड़कें बह चुकी हैं. बारिश और बाढ़ से फसलें भी बर्बाद हो चुकी हैं, जिसका असर पाकिस्तान पर बहुत ज्यादा होगा. अनुमान है कि बाढ़ से पाकिस्तान को 4 अरब डॉलर से अधिक का नुकसान पहुंचा है.


क्या है इस प्रलय की वजह


एक्सपर्ट की मानें तो पाकिस्तान में आई इस तबाही का कारण जलवायु परिवर्तन है. क्लाइमेट चेंज की वजह से पृथ्वी के तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई है. इससे दक्षिण एशिया के देशों में 5 पर्सेंट ज्यादा बारिश हो रही है. बात अगर पाकिस्तान की करें तो यहां 30 साल में औसतन 130 मिमी बारिश होती थी. लेकिन इस साल ही ये आंकड़ा 385 मिमी तक पहुंच गया है. मौसम विभाग ने सितंबर तक ऐसी ही बारिश की आशंका जताई है. इस बीच पाकिस्तान में आई इस तबाही को देखने अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस पहुंचेंगे.


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