G20 Dates: चीन (China) के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) जी20 में शामिल नहीं हो रहे हैं और अपनी जगह चीन के प्रधानमंत्री (China Prime Minister) ली कियांग को भेज रहे हैं. कोरोना काल को छोड़ दें तो ये पहली बार है जब जिनपिंग जी20 बैठक से दूर हैं. जिनपिंग के जी20 में नहीं आने की चीन की ओर से कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है. लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में दावा किया जा रहा है कि जिनपिंग से उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता बहुत नाराज हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिनपिंग को फटकार लगाते हुए यहां कह दिया है कि उन्हें देश चलाना ही नहीं आ रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चीन में कहा जाता था कि जो जिनपिंग ने कह दिया, वही पत्थर की लकीर है. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब जिनपिंग के लिए वैसे दिन नहीं रह गए हैं. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक देश को ठीक ढंग से नहीं चला पाने की वजह से जिनपिंग को उनकी ही पार्टी के रिटायर्ड हो चुके नेताओं ने डांट दिया है.


'पार्टी जनता का समर्थन खो सकती है'


 रिपोर्ट के मुताबिक, जिनपिंग से कम्युनिस्ट पार्टी के बुजुर्ग नेताओं ने कहा कि अगर राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक उथल-पुथल ऐसे ही चलती रही और कोई प्रभावी उपाय नहीं किए गए तो फिर पार्टी जनता का समर्थन खो सकती है. इसकी वजह से कम्युनिस्ट पार्टी के शासन पर खतरा पैदा हो सकता है. सीनियर लीडर्स ने जिनपिंग को स्पष्ट कह दिया कि वो और ज्यादा उथल-पुथल बर्दाशत नहीं कर सकते.


जिनपिंग को वरिष्ठ नेताओं की ये फटकार चीन के खराब होते आर्थिक हालात और दुनिया से बढ़ती दूरी को लेकर थी. इसके अलावा जिनपिंग के शासनकाल से चीन की जनता भी नाखुश है.


अपनी ही पार्टी के बुजुर्ग नेताओं से कड़ी आलोचना के बाद जिनपिंग उन करीबी सहयोगियों के पास गए जिनकी वजह से वो राष्ट्रपति बने हैं. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जिन कारणों से उन्हें डांट पड़ी थी, उसका ठीकरा उन्होंने पिछले राष्ट्रपतियों पर फोड़ दिया.


माना जा रहा है कि इसी डांट-फटकार के कारण जिनपिंग ने भारत में G20 आने का प्लान टाल दिया और अपनी जगह पर प्रधानमंत्री लि कियांग को भेज रहे हैं.


जिनताओं को बेइज्जत कर निकाला था बाहर!


वैसे जिनपिंग ने अपने वरिष्ठ नेताओं की फटकार सुन ली, ये बड़ी बात है क्योंकि पिछले साल चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक थी. इसका एक वीडियो सामने आया था, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति हू जिनताओ को जिनपिंग के सामने ही बाहर धक्का मारकर निकाल दिया गया और जिनपिंग देखते रहे. माना जा रहा है कि ये सबकुछ जिनपिंग के ही इशारे पर हुआ था.


डांट के बाद से जिनपिंग सदमे में हैं और इसलिए दुनिया के दूसरे राष्ट्र अध्यक्षों के सामने चेहरा दिखाने से बचने की कोशिश कर रहे हैं. एक तरफ जिनपिंग हैं जो शर्म से बचने के लिए नहीं आ रहे हैं, तो दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.


अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवन ने कहा, गुरुवार को राष्ट्रपति बाइडेन G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए नई दिल्ली जाएंगे. शुक्रवार को राष्ट्रपति बाइडेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत में भाग लेंगे. शनिवार और रविवार को राष्ट्रपति बाइडेन G20 के अलग-अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.


G20 की बैठक दिल्ली में हो रही है और भारत के लिए ये सबसे बड़ा मौका है, जब वो पूरी दुनिया के सामने अपने एजेंडे को रख सकता है. भारत की बढ़ती कूटनीतिक ताकत भी जिनपिंग को नहीं पचती. एक वजह ये भी है कि वो दिल्ली से दूरी बना रहे हैं.