पहले महामारी के दौरान घर से काम करने की इजाजत देने वाली बड़ी-बड़ी कंपनियां, जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys) और गूगल (Google), अब अपने कर्मचारियों को वापस ऑफिस बुला रही हैं. इसका कारण है कि कोरोनावायरस (Covid-19) अब उतना खतरनाक नहीं रहा और. कंपनियों का मानना है कि दफ्तर में काम करने से अच्छा तालमेल बनता है. हालांकि, कुछ कर्मचारियों को रहने की जगह बदलने में दिक्कत हो रही है, इसलिए वे ऑफिस वापसी का विरोध कर रहे हैं. कर्मचारियों को ऑफिस बलाने के लिए कई कंपनियां जब से निकालने या फिर प्रमोशन न देने का कह रही हैं. आपको बता दें कि कुल 10 कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को ऑफिस आना शुरू करने के लिए कहा है
TCS ने अपने कर्मचारियों के लिए 31 मार्च तक हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आना जरूरी कर दिया है. कंपनी का कहना है कि इस नियम को न मानने पर सख्ती की जाएगी. कंपनी का दावा है कि दफ्तर आने से टीम वर्क अच्छा होगा, ट्रेनिंग बेहतर होगी और काम भी ज्यादा होगा, इसी वजह से ये नया नियम बनाया गया है.
इंफोसिस ने अपने कर्मचारियों को महीने में कम से कम 10 दिन, यानी हफ्ते में करीब 3 दिन दफ्तर आने के लिए कहा है. कंपनी का कहना है कि ये नया नियम टीम वर्क यानी साथ मिलकर काम करने और कर्मचारियों की खुशी के लिए लागू किया गया है.
HCLTech ने दफ्तर से काम करना जरूरी कर दिया है. अब कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन कंपनी के दफ्तर में ही काम करना होगा. अगर कोई कर्मचारी इस नियम को नहीं मानता है तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है.
Wipro ने भी अपने कर्मचारियों के लिए हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आना जरूरी कर दिया है. अगर कोई इस नियम को नहीं मानता है तो उस पर कार्यवाही भी हो सकती है.
कॉग्निजेंट उन कंपनियों में सबसे नया नाम है जिसने भारत में अपने कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आने के लिए कहा है. पिछले महीने कॉग्निजेंट के CEO रवि कुमार एस ने भारत में कर्मचारियों को एक लेटर भेजा था, जिसमें बताया गया था कि उन्हें 'हफ्ते में औसतन तीन दिन दफ्तर आने का टारगेट रखना चाहिए, या जैसा कि उनकी टीम लीडर तय करे.'
अमेज़न का अपने कर्मचारियों को सीधा संदेश है - तरक्की चाहिए तो दफ्तर आओ. अमेजन कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आने के लिए कह रहा है, ताकि उनकी तरक्की का रास्ता बना रहे. खबरों के मुताबिक, जो कर्मचारी इस नियम को नहीं मानेंगे उन्हें कंपनी से निकाला भी जा सकता है, इसपर फैसला लेने का अधिकार मैनेजरों को दिया गया है.
Meta कंपनी ने अपने कर्मचारियों के लिए हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आना जरूरी कर दिया है. अगर कोई इस नियम को नहीं मानता है तो उसे नौकरी से निकाला भी जा सकता है. दरअसल, Meta उन पहली कंपनियों में से थी जिसने कर्मचारियों को दफ्तर बुलाना शुरू किया था. साथ ही, ये उन कंपनियों में से भी है जिन्होंने हाल ही में सबसे ज्यादा कर्मचारियों को निकाला है.
Google उन कंपनियों में से एक है जो दफ्तर से काम करने के नियम को लेकर काफी सख्त है. कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम 3 दिन दफ्तर आना जरूरी है और खबरों के अनुसार उनकी हाजिरी पर भी नजर रखी जा रही है. अगर कोई इस नए नियम को नहीं मानता है तो उस पर क्या कार्रवाई होगी, ये अभी साफ नहीं है.
IBM अपने कर्मचारियों को दफ्तर आने या नौकरी छोड़ने का ऑप्शन दे रहा है. कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट जॉन ग्रेंजर ने एक मेमो में बताया कि अमेरिका में रहने वाले सभी मैनेजर्स को अब हर हफ्ते कम से कम 3 दिन दफ्तर या क्लाइंट की जगह पर आना होगा. खबरों के अनुसार कंपनी एक और दौर की छंटनी की तैयारी कर रही है.
Dell कंपनी भी अपने कर्मचारियों को वापस दफ्तर बुलाने की नीति लागू कर रही है. ज्यादातर कर्मचारियों को अब "हाइब्रिड" माना जाएगा, यानी उन्हें हफ्ते में कम से कम 3 दिन कंपनी के दफ्तर में काम करना होगा.
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