Worst College Degree: शिक्षा और करियर के क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में बड़े बदलाव हुए हैं. तकनीकी प्रगति और ग्लोबल जॉब मार्केट की बदलती मांगों ने कई पारंपरिक कोर्सेस की उपयोगिता को लगभग खत्म कर दिया है. 12वीं के बाद कोर्स चुनते समय सावधानी बरतना बेहद जरूरी हो गया है. ऐसा न हो कि आप जिस कोर्स में मेहनत कर रहे हों, वह भविष्य में आपको बेहतर नौकरी दिलाने में असफल रहे. जानिए उन कोर्सेस के बारे में, जिनकी डिमांड अब लगभग खत्म हो चुकी है....
सिविल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्सेस में एडमिशन लेने वाले छात्रों की संख्या लगातार घट रही है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों में करियर बनाने की चाह रखने वाले छात्र अब इन्हें प्रायरिटी दे रहे हैं.
किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले यह देखना जरूरी है कि उस कोर्स का जॉब मार्केट में कितना महत्व है. यह भी जानें कि अगले 5-10 सालों में उस क्षेत्र में अवसर बने रहेंगे या नहीं.
कुछ कोर्स जैसे बीबीए और पारंपरिक बैचलर डिग्रीज आज के समय में कम प्रासंगिक हो गए हैं. अगर आप इन कोर्सेस में दाखिला लेने का सोच रहे हैं, तो पहले इसके करियर ऑप्शन पर जरूर विचार करें.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर्स, रिन्यूएबल एनर्जी, और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में डिमांड लगातार बढ़ रही है. ऐसे कोर्सेस चुनें, जो इन तकनीकों से जुड़े हों.
टेक्नोलॉजी के साथ-साथ अब कंपनियां अपने कर्मचारियों से लाइफ स्किल्स जैसे अडैप्टेबिलिटी और मल्टीटास्किंग की उम्मीद भी करती हैं. इसलिए इन स्किल्स को भी विकसित करना बेहद जरूरी है.
डिजाइन, कटिंग-एज टेक्नोलॉजी और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्रों में करियर बनाने के लिए आज छात्रों के पास कई नए अवसर हैं. इनमें रुचि रखने वाले छात्र अभी से इनसे जुड़ी स्किल्स पर ध्यान देना शुरू करें.
कोई भी कोर्स चुनने से पहले उसकी वैल्यू, डिमांड और भविष्य के अवसरों को ध्यान में रखें. केवल परंपरा के आधार पर कोर्स चुनने से बचें और अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश करें
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