हेल्दी और फिट रहने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी है. इससे आपकी शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक सेहत में भी सुधार होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्सरसाइज के सबसे सही समय कौन सा होता है? आइये जानते हैं.
आप अगर कभी डॉक्टर या एक्सपर्ट से हेल्दी बने रहने के उपाय के बारे में पूछेंगे तो वह रोजाना एक्सरसाइज करने की सलाह जरूर देंगे. एक्सरसाइज लंबे समय तक मजबूत और स्वस्थ बनाए रखता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक्सरसाइज करने का सही समय क्या है? किस समय एक्सरसाइज करने से इसका सबसे ज्यादा फायदा मिलता है? क्या सभी के लिए एक्सरसाइज की कोई रूल बुक है?
एक्सरसाइज करने का सबसे अच्छा समय पूरी तरह से व्यक्तिगत होता है और यह व्यक्तिगत प्राथमिकताओं, दिनचर्या और फिटनेस लक्ष्यों पर निर्भर हो सकता.
सुबह की कसरत मेंटल क्लैरिटी और मूड में सुधार कर सकती है. इससे एंडोर्फिन के स्राव उत्तेजित होता है, जो पूरे दिन मूड अच्छा रखता है और स्ट्रेस कम करता है. सुबह की कसरत बेहतर नींद के पैटर्न को बढ़ावा दे सकती है. सुबह की शारीरिक गतिविधि नींद की गुणवत्ता में सुधार करती है.
सुबह-सुबह व्यायाम करना चुनौतियों भरा हो सकता है. जो लोग स्वाभाविक रूप से जल्दी उठने के लिए इच्छुक नहीं हैं, उनके लिए सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करना मुश्किल हो सकता है और अगर इसकी वजह से नींद पूरी नहीं होती है तो मेंटल हेल्थ पर असर हो सकता है. सुबह, बॉडी का तापमान और लचीलापन कम होता है, इसलिए अगर वार्म-अप के बिना ही एक्सरसाइज शुरू कर दिया तो चोट लगने का खतरा बढ़ सकता है.
दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे के बीच एक्सरसाइज किया जा सकता है. इससे शरीर का नेचुरल रीदम बना रहता है. शोध बताते हैं कि दोपहर के बाद शरीर का तापमान और मांसपेशियों का काम बेहतर होता है, जिससे शारीरिक प्रदर्शन में सुधार हो सकता है और चोट लगने का जोखिम कम हो सकता है. इस समय मांसपेशियां गर्म और अधिक लचीली होती हैं, जिससे अधिक प्रभावी तरीके से कसरत हो सकती है.
दोपहर के एक्सरसाइज में वैसे तो कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन दोपहर का समय आमतौर पर बीजी रहता है, इसलिए शेड्यूलिंग करने में आपको संघर्ष करना पड़ सकता है. काम, पारिवारिक प्रतिबद्धताएं या सामाजिक दायित्व कसरत के लिए समय की उपलब्धता में बाधा डाल सकते हैं. दोपहर के शेड्यूल को रोजाना बनाए रखना मुश्किल हो सकता है.
शाम को कसरत करना दिन भर जमा हुए तनाव को दूर करने और आराम करने का एक शानदार तरीका हो सकता है. जो लोग देर से व्यायाम करना पसंद करते हैं, उनके लिए शाम की कसरत व्यस्त रूटीन में अच्छी तरह से फिट हो सकती है, जो सुबह की तुलना में अधिक फ्लेक्सीबल होती है.
शाम के समय व्यायाम करने से भी परफॉर्मेंस में सुधार हो सकता है, क्योंकि शरीर पूरी तरह से एक्टिव होता है और शारीरिक गतिविधि के लिए तैयार रहता है. अध्ययनों से पता चलता है कि शाम के समय ताकत, सहनशक्ति और एरोबिक अधिक हो सकती है, जिससे वर्कआउट का ज्यादा लाभ मिल सकता है.
सोने से पहले या सोने के समय के आसपास व्यायाम करने से नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है. शरीर को आराम देने और नींद के लिए तैयार होने के लिए सोने से कम से कम 1-2 घंटे पहले वर्कआउट को पूरा करना जरूरी है. कुछ लोगों को पूरे दिन काम करने के बाद शाम में एक्सरसाइज करने में दिक्कत आती है.
अगर आपके पास समय है तो दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक एक्सरसाइज के लिए बेस्ट समय होता है. लेकिन अगर आप दोपहर में मैनेज नहीं कर सकते हैं तो सुबह और शाम दोनों में से किसी को भी अपने रूटीन के हिसाब से देख सकते हैं. अगर आप रात में जल्दी सोते हैं और सुबह जल्दी जागते हैं तो सुबह का एक्सरसाइज अच्छा होगा. अगर आप शाम में काम के बाद घर जल्दी लौट आते हैं तो शाम का एक्सरसाइज आपके लिए बेहतर हो सकता है. लेकिन ध्यान रखें कि अच्छे रिजल्ट के लिए आपको अपनी नींद पूरी करनी होगी और सही डाइट भी लेना होगा. दोपहर में खाना खाने के दो से 4 घंटे के बाद एक्सरसाइज करना चाहिए.
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