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Indian Navy: अब चीन भूल जाएगा समुद्र में जासूसी करना, भारत ने तैयार कर लिया ये जबरदस्त 'तोड़'

Indian Navy First Survey Vessel: चीन बार- बार हिंद महासागर में अपने सर्वे शिप भेजकर भारत की सैन्य क्षमताओं की टोह लेने की कोशिश करता रहता है. वह अपने शिप श्रीलंका के तट पर ठहराता है, जिसे लेकर भारत कई बार अपना ऐतराज भी जता चुका है. लेकिन अब भारत ने ड्रैगन की इस हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने का इंतजाम कर लिया है. 

 

भारत का पहला सर्वे शिप आईएनएस सन्धायक

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भारत का पहला सर्वे शिप आईएनएस सन्धायक

भारतीय नौसेना ने आधुनिक क्षमताओं से लैस अपना सर्वे शिप तैयार कर लिया है. इस सर्वे शिप का नाम आईएनएस सन्धायक (INS Sandhayak) है. नौसेना शनिवार को विशाखापत्तनम में होने वाले समारोह में इस सर्वे शिप को कमीशन करेगी. 

 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे शिप की लॉन्चिंग

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे शिप की लॉन्चिंग

भारत के लिए यह सर्वे शिप तैयार करना कितना अहम है, इसका पता इसी से चलता है कि आईएनएस सन्धायक (INS Sandhayak) की लॉन्चिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार और नौसेना की पूर्वी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल राजेश पेंढारकर शामिल होंगे. 

 

कोलकाता में तैयार किए जा रहे 4 सर्वे शिप

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कोलकाता में तैयार किए जा रहे 4 सर्वे शिप

नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक ,‘गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई), कोलकाता में इस तरह के 4 सर्वे शिप तैयार किए जा रह हैं. इनमें से यह पहला शिप है, जिसे नेवी में शामिल किया जा रहा है. इससे समुद्र में भारतीय नौसेना की ताकत में जबरदस्त इजाफा होगा.’

Will collect data of deep seas

 

गहरे समुद्रों का जुटाएगा डेटा

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गहरे समुद्रों का जुटाएगा डेटा

नेवी प्रवक्ता ने बताया कि इस पोत की प्राथमिक भूमिका बंदरगाह तक पहुंचने वाले मार्गों का सम्पूर्ण तटीय और डीप-वॉटर हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करना होगा. साथ ही यह नौवहन मार्गों का निर्धारण करने का काम भी करेगा. यह पोत रक्षा और नागरिक इस्तेमाल के लिए समुद्र विज्ञान और भूभौतिकीय डेटा भी एकत्र करेगा. 

 

आधुनिक उपकरणों से लैस है जहाज

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आधुनिक उपकरणों से लैस है जहाज

नेवी के एक अधिकारी के मुताबिक, यह सर्वे शिप कई प्रकार के नौसैनिक अभियानों को भी अंजाम देने में सक्षम होगा. लगभग 3400 टन की विस्थापन क्षमता और 110 मीटर की कुल लंबाई वाला जहाज ‘सन्धायक’ अत्याधुनिक हाइड्रोग्राफिक उपकरणों समेत डीजीपीएस लॉन्ग रेंज पोजिशनिंग सिस्टम, डिजिटल साइड स्कैन सोनार से युक्त है. इस जहाज में 80 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री इस्तेमाल की गई है.

#IndianNavy set to commission the #first ship of Survey Vessel Large Project #INSSandhayak on #03Feb 24, indigenously designed & constructed by @OfficialGRSE. Best wishes to #Sandhayak & her crew on this grand occasion as they embark on a journey of #maritime excellence.… pic.twitter.com/ghM6ng3CPJ

— SpokespersonNavy (@indiannavy) February 1, 2024

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