Israel Iran War News: ईरान का कहना है कि इजरायल पर उसका जवाबी हमला पूरा हो गया है. बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलें इजरायल की ओर दागी गई थीं. ईरानी सेना के प्रमुख, मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी ने कहा कि ये हमले जरूरी हो गए थे क्योंकि 'इजरायल ने सभी हदें पार कर दी थीं.' इजरायल ने पिछले दिनों दमास्कस (सीरिया) में ईरानी कॉन्सुलेट को निशाना बनाया था. उसमें ईरानी सेना के कई सीनियर अधिकारी मारे गए थे. तब सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने भी बदले की कसम खाई थी. रशिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने सरेआम ऐलान किया था, 'भविष्य में, इस्लामिक दुनिया इजरायल की तबाही का जश्न मना पाएगी.' खामेनेई की वह घोषणा जरूर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कानों में गूंज रही होगी. ईरान के जवाबी हमले पर इजरायल कैसी प्रतिक्रिया देगा? दुनिया भर की निगाहें नेतन्याहू की ओर लगी हुई हैं. अमेरिका ने साफ कहा है कि वह इजरायल के ईरान पर हमले में भागीदार नहीं बनेगा. ऐसे में नेतन्याहू का अगला कदम तय करेगा कि मिडल ईस्ट में आगे क्या होने वाला है. (Photo : AP)
इजरायल पर हमले का आदेश सीधे ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई की तरफ से आया था. आर्मी चीफ बघेरी के मुताबिक, 'सुप्रीम लीडर ने कहा था कि यह सजा दी जानी चाहिए और खुदा का शुक्र है कि यह ऑपरेशन पूरा हुआ.'
खामेनेई ने रविवार को X (पहले ट्विटर) पर हिब्रू में पोस्ट किया, 'अल-कुद्स मुसलमानों के हाथ में होगा और मुस्लिम दुनिया फिलिस्तीन की आज़ादी का जश्न मनाएगी.' रशिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, खामेनेई ने कुछ समय पहले ऐलान किया था, 'भविष्य में इस्लामिक दुनिया, इजरायल के विनाश का जश्न मना सकेगी.' (Photo : AP)
ईरान ने इजरायल की ओर कई ड्रोन और मिसाइलें दागी थीं. हालांकि, इजरायल को कोई खास नुकसान नहीं हुआ. इजरायल के मुताबिक, उसने 99% ईरानी ड्रोन्स और मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया था. एक बेस पर थोड़ा नुकसान हुआ है. हालांकि, ईरानी जनरल बघेरी ने ऑपरेशन पर संतुष्टि जताई.
उन्होंने कहा कि 'हम इस ऑपरेशन को पूरा मानते हैं, हमारी राय में यह खत्म हो चुका है. इसे जारी रखने का हमारा कोई इरादा नहीं है.' बघेरी ने इजरायल को ताकीद कि आगे भड़काने वाली कार्रवाई से बाज आए नहीं तो ईरान 'और भयानक' सैन्य प्रतिक्रिया देगा. (Photo : AP)
ईरान और इजरायल की इस लड़ाई से अभी अमेरिका ने दूरी बना रखी है. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नेतन्याहू को समझा दिया है कि आपको ईरान पर जवाबी हमला करना है तो कीजिए, अमेरिका उसमें भागीदार नहीं बनेगा. ईरान के हमलों के बाद इजरायल की वार कैबिनेट बेहद गंभीरता से जवाबी हमले पर विचार कर रही है.
ईरान और इजरायल के बीच 1979 से ही शैडो वार जारी है. आगे की स्थिति काफी कुछ नेतन्याहू के फैसले पर निर्भर करती है. रविवार रात को इजरायली कैबिनेट की बैठक बेनतीजा ही समाप्त हो गई. रक्षा विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि ईरान के अभूतपूर्व और सीधे हमले का जवाब तो इजरायल जरूर देगा. यह हमला कितना मजबूत और घातक होगा, उससे तय होगा कि आगे यह संघर्ष क्या रूप लेने वाला है.
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