लोक आस्था के महापर्व छठ में शामिल होने के लिए दूसरे प्रदेशों से लगातार लोग बिहार आ रहे हैं लेकिन बिहार तक पहुंचने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
रेलवे स्टेशन पर आपने कई बार अनाउंसमेंट होते सुना होगा यात्रीगण कृपया ध्यान दे लेकिन यात्रीगण पर कौन ध्यान दे ये बड़ा सवाल है. ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि लोक आस्था के महापर्व छठ में शामिल होने के लिए दूसरे प्रदेशों से लगातार लोग बिहार आ रहे हैं लेकिन बिहार तक पहुंचने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ट्रेनों में भारी भीड़ देखी जा रही है , पैर रखने तक का जगह नही है, आलम ये है की लोग बाथरूम में बैठ कर सफर कर रहे है. दिल्ली से पूर्वा एक्सप्रेस जब दानापुर पहुंची तो यात्रियों ने बताया की कितनी परेशानियां झेलते हुए वो बिहार पहुंचे हैं.
यात्रियों ने बताया कि स्पेशल ट्रेन चलाने का कोई फायदा नहीं है. स्पेशल ट्रेनें भी घंटो लेट चल रही है. यात्रियों ने बताया बिहार में अगर रोजगार मिलता तो दूसरे प्रदेशों में काम करने नही जाते.
दरअसल, दिवाली और छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग पूर्वांचल और बिहार अपने घरों तक जाते है. ऐसे में दिल्ली के स्टेशनों पर यात्रियों के आने जाने के लिए रेलवे की ओर से काफी तैयारी की गई है.
रेलवे ने रिजर्व्ड और अनरिजर्व्ड यानी जिन लोगों की टिकट कंफर्म है उनके लिए और वह लोग जो स्टेशन पर आकर टिकट खरीदते हैं उनके लिए दो अलग-अलग सिटिंग हिस्से बने हैं. क्योंकि सबसे ज्यादा लोग बिहार जाते हैं ऐसे में एक प्लेटफार्म अलग से बिहार की ट्रेनों के लिए डेडीकेटेड किए हुए हैं.
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