Budh ki Mahadasha: वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह निश्चित समय पर राशि परिवर्तन करते रहते हैं. ग्रहों के इन गोचर का ही मानव जीवन पर अलग-अलग असर पड़ता है. इसी तरह हर इंसान के जीवन में विभिन्न ग्रहों की महादशा भी चलती है. ज्योतिष में बुध को एक शुभ ग्रह माना गया है. वह धन, बुद्धि, संवाद, वाणी, व्यापार, करियर आदि के कारक ग्रह माने जाते हैं. उनकी महादशा 17 साल तक चलती है. इस दौरान वह जिस जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति या शुभ स्थान पर होते हैं, उनको खूब तरक्की, मान-सम्मान और धन की प्राप्ति कराते हैं.
किसी भी इंसान के जीवन में बुध की महादशा का 17 साल तक चलती है. इस दौरान जिन लोगों की कुंडली में बुध शुभ होते हैं, उनको खूब पैसा और तरक्की मिलती है. इस दौरान इंसान कला, बुद्धि के दम पर खूब नाम कमाता है.
वहीं, जिन लोगों की कुंडली में बुध कमजोर स्थिति में होते हैं. उनके जीवन में नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. इस दौरान जातक की बुद्धि भ्रमित हो जाती है और वह सही निर्णय नहीं ले पाता है. वाणी खराब होने के चलते उसको कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है.
हालांकि, बुध की महादशा के दौरान अगर निगेटिव परिणाम मिल रहे हैं तो घबराने की जरूरत नहीं है. ज्योतिष शास्त्र में कमजोर बुध के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं. इनको करने से इंसान को महादशा के दौरान अधिक कष्ट नहीं उठाना पड़ता है.
महादशा के दौरान कमजोर बुध को मजबूत करने के लिए बुधवार के दिन गाय का चारा खिलाना चाहिए और बुध से संबंधित चीजों का दान करना चाहिए. इसके साथ ही विशेषज्ञों की सलाह पर रत्न धारण करना चाहिए.
बुधवार के दिन हरे रंग के कपड़े पहनें और भोजन में अधिक से अधिक हरी सब्जियों का इस्तेमाल करें. वहीं, महादशा के दौरान बुध के मंत्रों का जाप करने से भी शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं. (Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ट्रेन्डिंग फोटोज़