आज टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस हो चुकी है कि दुश्मन देश में अपनी सेना भेजने के बजाय ड्रोन उड़ाकर ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया जाता है. ड्रोन्स इतने घातक होते हैं कि दुश्मन को संभलने तक का वक्त नहीं मिलता और उनका नामोनिशान तक मिट जाता है. ईरान हो या फिर अमेरिका, अलग-अलग मंसूबों के लिए एक से बढ़कर एक घातक ड्रोन्स बनाए जा रहे हैं. आज हम आपको दुनिया के सबसे घातक ड्रोन्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
MQ-b Sky
अमेरिका का यह ड्रोन बेहद खतरनाक है. इसे जनरल एटोनॉमिक्स ने बनाया है. यह लंबे वक्त तक हवा में रहने के साथ-साथ लंबी दूरी तक मार कर सकता है. यह वही ड्रोन है, जो अमेरिका 4 बिलियन डॉलर की डील के तहत भारत को बेचने का संकेत दे चुका है.
Sukhoi S-70 Okhotnik-B
यह रूस का खतरनाक ड्रोन है, जो तबाही मचाने में किसी से पीछे नहीं है. दुश्मन के इलाके में घुसने के बाद जब यह वापस लौटता है, तो पीछे सिर्फ मौत का मंजर छोड़कर आता है. यह स्टेल्थ टेक्नोलॉजी से लैस है, जो रडार की पकड़ में नहीं आता. इसके अलावा यह 2000 किलो का पेलोड लेकर जा सकता है.
Gongji-11 Sharp Sword
चीन के Gong-11 को Sharp Sword भी कहा जाता है. यह स्टील्थ ड्रोन है और दुश्मनों को राख करने के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें लेजर गाइडेड हथियार लगे हैं, जिससे यह जंग के मैदान में और भी ज्यादा मारक हो जाता है.
TAI Aksungur
यह तुर्की का खतरनाक ड्रोन है, जिसे तुर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने डिजाइन किया है. यह लंबी दूरी तक जा सकता है और हवा में काफी ऊंचाई तक रह सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह 40000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसमें दो पीडी-170 ट्विन टर्बोचार्ज्ड डीजल इंजन लगे हैं.
Dassault nEUROn
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से बनाया गया एक्सपेरिमेंटल ड्रोन है, जिसकी अगुआई फ्रांस की कंपनी डसॉल्ट एविएशन कर रही है. यही वो कंपनी है, जिससे भारत ने राफेल लड़ाकू विमान खरीदे हैं. इस प्रोजेक्ट में इटली, स्पेन, ग्रीस, फ्रांस, स्वीडन और स्विट्जरलैंड जैसे देश शामिल हैं. यह मीडियम से हाई रेंज वाली लड़ाई में कमाल कर सकता है.
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