Vocal for Local: दिवाली देश में सबसे ज्यादा हर्ष और उल्लास से मनाया जाने वाला त्योहार है. इस पर दिवाली पर पीएम मोदी की 'वोकल फॉर लोकल' मुहिम को देशवासियों ने चार चांद लगा दिया है. तभी तो इस बार दिवाली के पांच दिवसीय त्योहार पर देश में 3.75 लाख करोड़ का रिकॉर्ड कारोबार हुआ है. कार्तिक पूर्णिमा तक यह आंकड़ा सवा चार लाख करोड़ के पार जा सकता है.
इस बीच चीन को एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ा है. इससे चीन की इकोनॉमी को बड़ा नुकसान हुआ है. कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया कॉमर्स ट्रेडर्स की मुहिम 'भारतीय उत्पाद-सबका उस्ताद' अभियान को भी खासी सपोर्ट मिली है. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया और महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने जानकारी दी कि इस साल दिवाली के मौके पर 3.75 लाख करोड़ से ज्यादा का रिकॉर्ड कारोबार हुआ है.
यह आंकड़ा रविवार तक का है. गोवर्धन पूजा, भैया दूज, चंद्रगुप्त पूजा, छठ पूजा और तुलसी विवाह पर 50000 करोड़ का कारोबार और होने की उम्मीद है. इस तरह यह आंकड़ा सवा चार लाख करोड़ के पार जा सकता है. खंडेलवाल ने बताया कि इस बार की दिवाली पर चीन को करीब एक लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबारी नुकसान हुआ है.
इससे पहले के सालों में दिवाली के मौके पर बाजार में चाइनीज प्रोडक्ट 70 प्रतिशत तक रहते थे. लेकिन इस बार इनमें गिरावट आई है. इतना ही नहीं कारोबारियों ने भी चीन से दिवाली से जुड़े सामान इंपोर्ट नहीं किये. इस बार भी हर बार की तरह सबसे ज्यादा 13% का खर्च खाद्य एवं किराना पर किया गया है.
इसके अलावा 9% ज्वेलरी और 12% कपड़ों पर खर्च किया. ड्राई फ्रूट पर यह आंकड़ा 4% और मिठाई-नमकीन पर 3% रहा. इसी तरह घर की सजावट पर 3% और 6% कास्मेटिक्स पर खर्च हुआ. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मोबाइल पर 8% का खर्च हुआ है. पैकिंग बिजनेस से भी देश के कारोबारियों को बड़ा काम मिला है.
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