झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन में हंगामा, रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़े BJP MLA रणधीर सिंह
झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में लिए फैसले के अनुसार चर्चा ना कराने पर बीजेपी ने हंगामा किया.
Ranchi: झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन में हंगामा देखने को मिला. इस दौरान बीजेपी विधायकों ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार सदन में चर्चा ना कराए जाने को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए हंगामा किया, तो बीजेपी विधायक रणधीर सिंह रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़ कर विरोध करने लगे, जिसे लेकर सत्ता पक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की है.
झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. इसी नारेबाजी के बीच कांग्रेस विधायक अम्बा प्रसाद ने नियुक्ति नियमावली में मांग के अनुरूप संशोधन की मांग की. साथ ही अधिक से अधिक नियुक्ति करने की बात भी कही. इस बीच बीजेपी विधायक वेल में पहुंच गए और नई नियोजन नीति को रद्द करने की मांग करने लगे. विपक्ष के हंगामे और वेल में नारेबाजी के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने दिन के पौने एक बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी. सदन की कार्यवाही दोबारा जब शुरू हुई तो भी विपक्ष का हंगामा जारी रहा, जिससे कार्यवाही फिर से दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
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झारखंड विधानसभा की कार्यवाही 2 बजे फिर शुरू होने पर बीजेपी ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय मुद्दों को लेकर चर्चा ना कराए जाने पर नाराजगी जाहिर की. बीजेपी के मुताबिक कार्यमंत्रणा समिति में महंगाई और रोजगार पर दोनों विषय पर चर्चा के लिए सहमति बनी थी, लेकिन उसके उलट सदन में सिर्फ महंगाई विषय चर्चा के लिए लाया गया.
इसे लेकर बीजेपी विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे तो बीजेपी विधायक रणधीर सिंह रिपोर्टिंग टेबल पर चढ़ कर विरोध करने लगे. इसे लेकर बाद में रणधीर सिंह ने कहा की जनता की आवाज के लिए कहीं भी चढ़ना पड़े, वह चढ़ने के लिए तैयार हैं, कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं क्योंकि इस राज्य के करोड़ों लोगों के भविष्य का सवाल है.
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वहीं इसे लेकर बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा की जब सरकार नहीं सुनती है, तो विधायकों को ऐसा अप्रिय कदम भी उठाने पड़ते हैं.
वहीं बीजेपी विधायक सीपी सिंह ने कहा की स्पीकर साहब कार्यमंत्रणा समिति बनाते हैं, तो ये उनका अधिकार है. कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में महंगाई, उद्योग और रोजगार पर चर्चा के लिए सहमति बनी थी, और जब सदन में घोषणा होने लगी तो उससे रोजगार का मुद्दा गायब कर दिया गया, जब सर्वसम्मति से सब कुछ तय हुआ था तो उसमें बदलाव गलत है, और इसे नहीं सहा जाएगा.
इधर, AJSU विधायक सुदेश महतो ने कहा की सदन के अंदर पहली बार ऐसी परम्परा देखने को मिली कि कार्यमंत्रणा में जिन मुद्दों पर चर्चा की सहमति बनी, उससे एक विषय को गायब कर दिया गया.
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इधर, विपक्ष के रवैये से नाराज सत्ता पक्ष ने बीजेपी को खरी-खोटी सुनायी...मंत्री हफीजुल हसन के मुताबिक विपक्ष ने जिस तरह का आचरण सदन के अंदर किया है, उसे लेकर हमने विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की है. विपक्ष का सदन को बाधित करना, प्री प्लांड है. वहीं मंत्री रामेश्वर उरांव ने भी सदन में विपक्ष के आचरण को निंदनीय बताते हुए कहा की अगर मैं ऐसा आचरण करता तो मेरी भी निंदा करने का हक उनको था. जबकि मंत्री बन्ना गुप्ता ने विपक्ष पर लोकतंत्र का माखौल उड़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के पास मुद्दे का अभाव है.
वहीं सदन में विपक्ष के लगातार हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने बीजेपी विधायकों को मर्यादा में रहने की नसीहत दी, लेकिन जब हंगामा शांत नहीं हुआ, तो उन्होंने सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
(इनपुट: कुमार चंदन/मनीष मेहता)