Ram Darbar: किस्मत के बंद दरवाजे खुलती है घर की इस दिशा में रखी श्री राम दरबार की तस्वीर, सोने की तरह चमकता है भाग्य
Ram Darbar Idol Direction: वास्तु शास्त्र में भगवान श्री राम, माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ हनुमान जी की मूर्ति लगाने का विशेष मत्व बताया गया है. बता दें कि इसे राम दरबार कहा जाता है. मान्यता है कि नियमित रूप से राम दरबार की पूजा करने से घर में सुख-शांति का आगमन होता है.
Ram Darbar Tips: हिंदू धर्म में वास्तु का विशेष महत्व बताया गया है. वास्तु के नियमों का पालन करने पर घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है. और व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. अक्सर देखा जाता है कि लोग घरों में अपने ईष्ट देवी-देवताओं की तस्वीर लगाते हैं. लेकिन इस दौरान वे वास्तु के कुछ नियमों का पालन करना भूल जाते हैं, जो आगे चलकर उनके लिए कई तरह की समस्याएं खड़ी करने लगता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में अगर श्री राम दरबार की तस्वीर लगा रहे हैं, तो उसकी सही दिशा का सही ध्यान रखना बेहद जरूर है. राम दरबार की तस्वीर सही दिशा में लगाने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है. वहीं, गलत दिशा में ये तस्वीर लगाने से व्यक्ति को दुखों का सामना करना पड़ता है. चलिए जानते हैं घर की किस दिशा में श्री राम दरबार की तस्वीर लगाना शुभ माना गया है.
घर की इस दिशा में लगाएं श्री राम दरबार की तस्वीर
बता दें कि श्री राम दरबार में भगवान श्री राम के साथ, माता सीता, भाई लक्ष्मण और हनुमान जी विराजमान रहते हैं. घर में लगी राम दरबार की तस्वीर भगवान राम के राज्य और उनके नियमों को दर्शाता है. मान्यता है कि नियमित रूप से राम दरबार की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है.
ऐसा कहा जाता है कि भगवान श्री राम दरबार की तस्वीर घर में लगाने से सदस्यों के बीत अनुकूलता बनी रहती है. इतना ही नहीं, व्यक्ति को वाद-विवाद से छुटकारा मिलता है. बता दें कि घर में राम दरबार की तस्वीर मंदिर के पूर्वी दीवार पर लगानी चाहिए. अगर इस तस्वीर को सही दिशा में लगाया जाए, तो परिवार के सदस्यों के बीच शांति बनी रहती है. वास्तु दोष से छुटकारा मिलता है.
यूं करें राम दरबार की पूजा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुबह उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें. इसके बाद राम दरबार को गंगा जल से साफ करें. इसके बाद राम दरबार को वस्त्र अर्पित करें और रोली और फूल चढ़ाएं. इसके बाग राम दरबार की विघधिपूर्वक पूजा करें. आखिर में आरती करें और प्रसाद का भोग लगाकर वितरण करें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)