इस समय जिस स्थान पर जहां बाबा गरीबनाथ का मंदिर है, उस जमीन के मालिक ने आर्थिक तंगी की वजह से अपनी जमीन किसी जमींदार के हाथ बेच दी. उस जमीन पर एक बरगद का पेड़ था. जिसे जमीन के मालिक ने मजदूर को बुलाकर कटवाना शुरू कर दिया.
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नई दिल्ली: वैसे तो भारत में शिव के कई मंदिर हैं. लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे हैं जहां भगवान भोलेनाथ अपने परिवार के संग विराजमान हैं. इसके अलावा कुछ ही ऐसे मंदिर हैं जिसका इतिहास पुराना है. दरअसर गरीबनाथ धाम का इतिहास बहुत पुराना है. शिव के इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां भगवान शिव पूरे परिवार के साथ विराजते हैं. आगे जानते हैं कि इस मंदिर से जुड़ी खास बातें.
बाबा गरीबनाथ धाम बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित है. इस मंदिर का इतिहास 300 साल पुराना बताया जाता है. इस मंदिर में शिवजी माता पर्वती सहित परिवार के साथ विराजते हैं. बाबा गरीबनाथ मंदिर परिसर में भगवान शिव के साथ सूर्य, राधा कृष्ण और हनुमान भी विराजमान हैं. इसके अलावा गर्भगृह के मुख्य द्वार पर नंदी विराजते हैं.
इस समय जिस स्थान पर जहां बाबा गरीबनाथ का मंदिर है, उस जमीन के मालिक ने आर्थिक तंगी की वजह से अपनी जमीन किसी जमींदार के हाथ बेच दी. उस जमीन पर एक बरगद का पेड़ था. जिसे जमीन के मालिक ने मजदूर को बुलाकर कटवाना शुरू कर दिया. इस दौरान पेड़ से खून जैसा तरल पदार्थ रिसने लगा. इसके बाद जामीनदार ने आगे के काम पर रोक लगा दी. कहते हैं कि उसी दिन रात में जमीनदार को सपने में शिव के दर्शन हुए. सपने में भगवान शिव ने जमीनदार से कहा कि उस स्थान पर उनकी स्थापना करवाए. इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि चूंकि इस मंदिर की खोज गरीब मजदूर द्वारा हुई इसलिए गरीबनाथ धाम के रूप में प्रसिद्ध हुए.
कहा जाता है कि जमीन बेचने वाला बहुत गरीब था. उसके पास बेटी की शादी के लिए कुछ भी नहीं था. इसलिए उसने बरगद के पेड़ वाली जमीन को बेचने वाला था. लेकिन भगवान शिव के दर्शन के बाद उसकी बेटी की विवाह का बंदोबस्त स्वतः हो गया. तभी से लोगों के बीच गरीबनाथ धाम की प्रसिद्धि होती चली गई.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)