Magh Month 2024: इंद्र को नपुंसक होने के श्राप से लेकर पाप मुक्त तक...क्या है माघ महीने की कहानी
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Magh Month 2024: इंद्र को नपुंसक होने के श्राप से लेकर पाप मुक्त तक...क्या है माघ महीने की कहानी

Magh Month 2024 Katha: माघ माह का प्रारंभ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस से शुरू होगा और इसका समापन 24 फरवरी को पूर्णिमा के साथ होगा. आइए जानते हैं इसके पीछे की पौराणिक कथा क्या है. 

Magh Month 2024: इंद्र को नपुंसक होने के श्राप से लेकर पाप मुक्त तक...क्या है माघ महीने की कहानी

Magh Month 2024: हिंदू पंचांग का 11 वां महीना स्नान और दान के लिए समर्पित है. माघ माह का प्रारंभ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस से शुरू होगा और इसका समापन 24 फरवरी को पूर्णिमा के साथ होगा. इस माह का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि इसी माह में साधु संत और महात्माओं के साथ ही गृहस्थ लोग भी प्रयागराज में एक माह का कल्पवास करते हैं, कल्पवास के दौरान नित्य ही गंगा स्नान कर पूजा पाठ और दान कर्म करते हैं. 

 

माघ माह 2024 की पौराणिक कथा

 

पौराणिक कथाओं के अनुसार देवराज इंद्र ने दुर्भावना से ग्रस्त हो कर एक बार धर्मनिष्ठ महिला अहिल्या के सौंदर्य से प्रभावित होकर उनके पति गौतम ऋषि का माया से रूप धर लिया और उनके पास पहुंच गए. अहिल्या उनकी यह माया नहीं समझ पाईं और पति मान कर वार्तालाप करने लगीं. तप मूर्ति गौतम ऋषि ने अपनी दिव्य दृष्टि से सब कुछ जान लिया और इंद्रदेव को नपुंसक होने का श्राप दे दिया. 

 

इंद्र को अपनी गलती महसूस हुई तो वह गौतम ऋषि से क्षमा मांगते हुए श्राप से मुक्त होने के उपाय पूछने लगे. तब तक ऋषि का क्रोध भी शांत हो गया और उन्होंने इंद्र को माघ माह में प्रयागराज में कल्पवास करते हुए नित्य गंगा स्नान की सलाह दी, इंद्र ने वही किया जिससे वह पाप मुक्त हुए. ऋषि ने अपनी पत्नी अहिल्या को भी पत्थर होने का श्राप दिया तो उन्होंने भी क्षमा मांगी जिस पर उनसे कहा कि त्रेतायुग में श्री राम के यहां आने और स्पर्श करने पर ही उनका उद्धार होगा. 

 

माघ माह 2024 के त्योहार

 

26 जनवरी,  शुक्रवार - माघ मास कृष्ण पक्ष प्रारंभ, प्रतिपदा

29 जनवरी, सोमवार - संकष्टी गणेश चतुर्थी

06 फरवरी, मंगलवार - षटतिला एकादशी

08 फरवरी, गुरुवार - मासिक शिवरात्रि व्रत 

09 फरवरी, शनिवार - मौनी अमावस्या

12 फरवरी, सोमवार - गौरी तृतीया, वरद विनायक तिल चतुर्थी 

14 फरवरी, बुधवार - वसंत पंचमी, सरस्वती पूजन

16 फरवरी, शुक्रवार - अचला रथ आरोग्य सप्तमी  

20 फरवरी, मंगलवार - जया एकादशी 

21 फरवरी, बुधवार - प्रदोष व्रत

22 फरवरी, गुरुवार - गुरु पुष्य नक्षत्र

23 फरवरी, शुक्रवार - पूर्णिमा व्रत  

24 फरवरी, शनिवार - पूर्णिमा दान पुण्य, गुरु रविदास जयंती  

 

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