Mool Nakshatra: मूल नक्षत्र ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण नक्षत्र है. इस नक्षत्र को मौलिक ऊर्जा, पुनरावृत्ति और अधिकार के संकेतक के रूप में देखा जाता है. मूल नक्षत्र के प्रभाव में जन्मे जातक आमतौर पर स्वाभाविक रूप से विचारशील, संवेदनशील, आध्यात्मिकता, अध्ययन और त्याग की प्रवृत्ति वाले होते हैं. लेकिन उन्हें अपनी जड़ों से जुड़े अदृश्य संकटों का सामना भी करना पड़ता है. मूल नक्षत्र ज्योतिष में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इसे आक्रामक ग्रहों का केंद्र माना जाता है और इसका स्वामी ग्रह केतु है. जिन लोगों का जन्म मूल नक्षत्र में होता है, उनके व्यक्तित्व और स्वभाव में कुछ विशेषताएं होती हैं.


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पढाई में तेज
इस नक्षत्र में जन्में लोग पढाई में बहुत तेज होते हैं और अक्सर शोध कार्यों में सफलता पाते हैं. जिससे वे चिकित्सा, ज्योतिष, मीडिया, व्यापार और राजनीति में करियर बनाने में सफल रहते हैं. 


सोच
मूल नक्षत्र में जन्मे लोग प्रगतिशील सोच के होते हैं और नियमों और सिद्धांतों का पालन करते हैं. उन्हें नियमों को तोड़ना और ऐसा करने वाले लोग पसंद नहीं होते हैं.


यात्राएं
इस नक्षत्र में जन्में लोगों को व्यापार या कार्य के सिलसिले में अक्सर विदेश जाने के मौके प्राप्त होते हैं. 


स्वभाव
मूल नक्षत्र में जन्मे लोग शांतिप्रिय, दयालु, मिलनसार और भावुक होते हैं, उनका स्वभाव मधुर होता है और वे कठिनाइयों का सामना भी आत्मविश्वास के साथ करते हैं. वे अपनी मेहनत और लग्न से बड़ी प्रसिद्धि हासिल करते हैं.


सम्मान
मूल नक्षत्र में जन्में लोगों में सम्मान की बहुत अधिक प्राथमिकता होती है. वे धन से ज्यादा सम्मान को महत्व देते हैं.


आत्म-विश्वास
इन्हें खुद पर पूरा विश्वास होता है, और वे परिवार से किसी विशेष लाभ की उम्मीद नहीं रखते. 


वैवाहिक जीवन
इनका वैवाहिक जीवन सुखमय होता है, लेकिन कभी-कभी महिलाएं अलगाव का अहसास कर सकती हैं. 


स्वास्थ्य
इन्हें पेट और हृदय संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.


जिद्दी स्वभाव
अक्सर वे लोग जिद्दी होते हैं, और वे अपनी मनमानी करते हैं. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)