Radha Naam Jaap ke Fayde: वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद जी महाराज राधारानी के परम भक्‍त हैं. उनके दर्शन करने के लिए हजारों-लाखों की तादाद में आने वाले भक्‍तों को वो हमेशा राधा नाम जपने की शिक्षा देते हैं. प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि भगवान को पाने का एक सबसे अचूक और आसान तरीका है नाम जप, यानी कि भगवान के नाम का जाप करना. 11 सितंबर 2024 को राधा अष्‍टमी है. चूंकि कृष्ण भक्ति में राधा जी भगवान कृष्ण की शक्ति मानी गई हैं. साथ ही माना गया है कि श्रीजी यानी कि राधारानी की पूजा-अर्चना भक्ति करने से ना केवल राधा जी बल्कि कृष्‍ण जी भी बहुत जल्‍दी प्रसन्‍न होते हैं. जानिए राधा अष्‍टमी पर नाम जपने के फायदे और मनोकामना पूर्ति का आसान उपाय. 

 


 

राधा अष्‍टमी पर पूजा मुहूर्त 

 

भाद्रपद माह के शुक्‍ल पक्ष की अष्‍टमी को राधा अष्‍टमी मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार, इस साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी और 11 सितंबर को रात 11 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी. उदया तिथि के अनुसार राधा अष्‍टमी 11 सितंबर को मनाई जाएगी. राधा अष्‍टमी के दिन व्रत रखना चाहिए, साथ ही शुभ मुहूर्त में राधारानी का श्रृंगार करके उनकी पूरी भक्तिभाव से पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इस साल राधा अष्टमी पर का पूजा करने का शुभ मुहूर्त 11 सितंबर को सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर से दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक है. 

 


राधा अष्‍टमी के दिन करें राधा नाम का जाप 

 

प्रेमानंद महाराज अपने सत्‍संग में कहते हैं कि राधा नाम जपने से दुनिया का हर सुख पाया जा सकता है. राधारानी अपने भक्‍तों की पुकार पर उनके सारे दुख दूर कर देती हैं. साथ ही अपने चरणों में स्‍थान देती हैं. भगवत प्राप्ति के लिए नाम जप ही सबसे आसान और अचूक तरीका है. यदि आप भी कोई मनोकामना पूरी करना चाहते हैं तो राधा अष्‍टमी के दिन राधा जी के 28 नामों का जाप करें. यह 'मंत्रों का महामंत्र' है, जिसका जाप करने मात्र से लौकिक और पारलौकिक सभी प्रकार की इच्छाओं की पूर्ति होती है. 

 


देवी राधा जी के 28 नाम 

 

1. राधा, 2. रासेश्वरी, 3. रम्या, 4. कृष्णमत्राधिदेवता, 5. सर्वाद्या, 6. सर्ववंद्या, 7. वृंदावनविहारिणी, 8. वृंदाराधा, 9. रमा, 10. अशेषगोपीमंडलपूजिता, 11. सत्या. 12. सत्यपरा, 13. सत्यभामा, 14. श्रीकृष्णवल्लभा, 15. वृषभानुसुता, 16. गोपी, 17. मूल प्रकृति, 18. ईश्वरी, 19. गान्धर्वा, 20. राधिका, 21. राम्या, 22. रुक्मिणी, 23. परमेश्वरी, 24. परात्परतरा, 25. पूर्णा, 26. पूर्णचन्द्रविमानना, 27. भुक्ति-मुक्तिप्रदा और 28. भवव्याधि-विनाशिनी.

 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)