Dmitry Rogozin: `हां असलियत में होते हैं एलियंस जो हमें समझते हैं बैक्टीरिया!` इस बड़े वैज्ञानिक ने किया चौंकाने वाला दावा
Ex russian space chief says aliens are real: रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के पूर्व प्रमुख ने दावा किया है कि एलियंस (Aliens) के वास्तविक होने की संभावना बढ़ गई है और संभवतः यही वजह है कि उनकी मूवमेंट लगातार बढ़ी है और पृथ्वी पर मौजूद बहुत से लोगों का ध्यान इस दिशा में नहीं गया है.
Dmitry Rogozin Aliens study: यूं तो अमेरिका (US) और रूस (Russia) हर मामले में एक दूसरे के पारंपरिक प्रतिद्वंदी रहे हैं. धरती हो या समंदर या फिर अंतरिक्ष का विशाल क्षेत्र हर जगह दोनों देशों ने एक दूसरे को पिछाड़ने की होड़ में अपना सबकुछ दांव पर लगाने से परहेज नहीं किया है. हालांकि यूएफओ (UFO) और एलियंस (Aliens) को लेकर वाहवाही लूटने में भले ही अमेरिका आज कुछ आगे निकलता दिख रहा हो लेकिन इस बीच एक रूसी वैज्ञानिक ने एलियंस को लेकर ऐसा दावा किया है जिसका जिक्र तो कभी अमेरिका ने भी नहीं किया था.
अमेरिका से बढ़कर बड़ा दावा
दरअसल एलियंस और यूएफओ को देखे जाने के सबसे ज्यादा दावे अमेरिका में किए गए हैं. ऐसे सबसे ज्यादा वीडियो भी अमेरिका से सामने आते हैं. अमेरिका के कुछ इलाकों में वाकई यूएफओ और एलियंस के अप्रत्याशित ट्रैवल के दावे किए गए हैं. एक शख्स ने तो अपनी कमाई से यूएफओ वेलकम सेंटर तक बनवा दिया है. एलियंस को लेकर कई देशों में आज भी शोध हो रहे हैं. एलियंस पर कई साइंस फिक्शन फिल्में भी बन चुकी हैं. यहां तक कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन के अफसरों से लेकर यूएस के मशहूर वैज्ञानिक अक्सर एलियंस को देखे जाने और उनकी गतिविधियों को लेकर दावे करते हैं.
एलियंस हमें समझते हैं बैक्टीरिया: वैज्ञानिक
'डेली स्टार' न्यूज वेबसाइट में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका (USA) की ऐसी तमाम बातों की सच्चाई और गहराई से इतर इस बार तो रूस (Russia) की अंतरिक्ष एजेंसी Roscosmos के पूर्व चीफ डिमिट्री रोगोजिन (Dmitry Rogozin) ने यह बड़ा दावा किया है कि एलियन होते हैं और वो इंसानों को कीटाणु (Aliens study us humans as Bacteria) समझकर उनपर शोध करते हैं.
दरअसल डिमिट्री ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने नासा के वैज्ञानिकों से भी इस बात पर चर्चा की और कहा कि वो भी ये मानते हैं कि हम किसी बाहरी अवलोकन का हिस्सा हैं. डिमिट्री ने कहा, 'हम बेहद छोटे जीवों, जैसे बैक्टीरिया पर शोध करते हैं मगर इस बाक की संभावना से भी कोई इनकार नहीं कर सकता है कि कोई हमें बैक्टीरिया (Bacteria) समझकर शोध कर रहा हो.'
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