नई दिल्ली: ओलंपिक कोटा हासिल करने की कवायद में लगी निशानेबाज मनु भाकर को इसके लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ रही है क्योंकि विश्व कप के तुरंत बाद उन्हें 12वीं बोर्ड की परीक्षा देनी है और इसलिए उनका ध्यान बंटा हुआ है.  विश्व कप, कॉमनवेल्थ गेम्स और यूथ ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली 17 वर्षीय भाकर की निगाहें हालांकि 2020 तोक्यो ओलंपिक का कोटा हासिल करने में टिकी हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दो दिन पहले अपना जन्मदिन मनाने वाली भाकर के पास शनिवार से दिल्ली की कर्णी सिंह रेंज में शुरू होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप में देश के लिये एक और कोटा हासिल करने का मौका रहेगा. भाकर ने  कहा, ‘‘मैं थोड़ा अतिरिक्त मेहनत रह रही हूं क्योंकि विश्व कप के तुरंत बाद मेरी 12वीं परीक्षा शुरू हो जाएगी, इसलिए मैं अभ्यास के बाद परीक्षाओं की तैयारी करती हूं.’’

यह भी पढ़ें: महिला क्रिकेट: न्यूजीलैंड को हराने के बाद अब इंग्लैंड की बारी; पहला वनडे कल, कब-कहां देखें मैच


एग्जाम डेट बदलने का आग्रह
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने हाल में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से भाकर और उनके साथी निशानेबाज विजयवीर सिद्धू के लिये 12वीं का परीक्षा कार्यक्रम बदलने का आग्रह किया था ताकि एशियाई चैंपियनशिप के दौरान इन दोनों की तिथियों में टकराव न हो.


कोरिया में पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में प्रभावशाली प्रदर्शन के दम पर अंजुम मोदगिल और अपूर्वी चंदेला ने भारत के लिये दो ओलंपिक कोटा हासिल किये थे. भारतीय निशानेबाजों को इसमें अगले कुछ दिनों में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है.


ओलंपिक टिकट
भाकर ने कहा कि उम्मीद है कि हम इसे हासिल करने में सफल रहेंगे. इस बार दबाव थोड़ा ज्यादा है क्योंकि इससे ओलंपिक टिकट भी जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अभ्यास में अच्छा कर रही हूं और उम्मीद है कि सब कुछ अच्छा होगा. मेरा वास्तविक लक्ष्य ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है.’’


कोचिंग लेने का इंतजार
शूटर भाकर को जसपाल राणा के साथ कोचिंग लेने का इंतजार है जो चयन विवाद के कारण विश्व कप से पूर्व के शिविर में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जसपाल सर बहुत अच्छे कोच हैं और वह जल्द ही टीम से जुड़ेंगे.’’


(इनपुट-भाषा)