ब्रिस्बेन : एशेज के पहले टेस्ट का तीसरा दिन पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा. कप्तान स्टीव स्मिथ के जुझारू शतक की बदौलत पहले तो कंगारुओं ने अंग्रेजों पर 26 रन की मनोवैज्ञानिक बढ़त हासिल कर ली. फिर दिन के आखिरी घंटे में महज सोलह ओवर के खेल में इंग्लैंड के दो बल्लेबाजों को पवेलियन वापस पहुंचा कर मेहमान टीम को दबाव में ला दिया. इस समय इंग्लैंड के पास 7 रन की मामूली बढ़त है लेकिन एलिस्टर कुक और जेम्स विंसे आउट हो चुके हैं.  SCORECARD


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इससे पहले  तीसरे दिन का दूसरा सत्र कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ के नाम रहा. उनकी धैर्य की पारी उनके निजी स्कोर को 100 के पार हो गई और इस प्रकार स्मिथ ने अपना 21वां टेस्ट शतक पूरा किया. यह स्मिथ का अब तक का सबसे धीमा शतक है. इसे बनाने के लिए उन्होंने 263 गेंदों का सामना किया. इससे पहले उन्होंने भारत के खिलाफ 227 गेंदों में शतक लगाया था. 


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वहीं इस सत्र में काबिले तारीफ बल्लेबाजी पैट कमिंस की रही जिन्होंने  42 रन की कीमती  पारी खेली और स्मिथ के शतक से पहले वोक्स की गेंद पर कुक को कैच थमा बैठे. चायकाल के समय तक कंगारू आठ विकेट के नुकसान पर अपना स्कोर 287 तक पहुंचा चुके हैं और अभी इंग्लैंड की पारी से 15 रन पीछे हैं. 


 तीसरे दिन का पहला सत्र भी गेंदबाजों के नाम ही रहा लेकिन रनों की धीमी रफ्तार ने मैच का रोमांच भी धीमा कर डाला. लंच तक सात विकेट गंवाने बाद भी कंगारू टीम के कप्तान तो अपना विकेट बचाने में सफल रहे लेकिन 81 रन बनाने के लिए उन्हें कुल 214 गेंदें खेलनी पड़ी. जबकि दूसरे छोर पर पैट कमिंग्स महज दो रन बना कर खेल रहे थे. 


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पूरे दो घंटे के खेल में स्मित अपने स्कोर में महज 17 रन ही जोड़ सके. नतीजा यह हुआ कि ऑस्ट्रेलिया अभी भी 89 रन से पिछड़ रहा था. इससे पहले शॉन मार्श ने एशेज में अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. यह उनका आंठवी टेस्ट फिफ्टी थी. पचास पूरे होते ही 51 के निजी स्कोर पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने उन्हें जेम्स एंडरसन के हाथों कैच कराया.


सात साल बाद वापसी कर रहे विकेटकीपर टिम पैन केवल 13 रन ही बना सके. उन्हें एंडरसन ने ब्रेस्टॉ के हाथों आउट कराया. मिचेल स्टार्क ने तेजी से पारी को आगे बढ़ाने के संकेत दिए लेकिन केवल एक छक्का ही मार कर उन्होंने ब्रॉड को  उन्हीं की गेंद पर कैच थमा दिया.


तीसरे दिन का खेल जब शुरु हुआ तो उस समय ऑस्ट्रेलिया की टीम एक तरह से संघर्ष जारी था इंग्लैंड के 302 रन के जवाब में टीम 165 रन बना कर चार विकेट खो चुकी थी जबकि एक समय उसके केवल 76 पर चार विकेट थे. 


कप्तान स्मिथ ही 64 रन बनाकर अपनी टीम की उम्मीद बरकरार रखने में कामयाब हुए थे और उनका साथ भी शॉन मार्श ने 44 नाबाद रन बना कर बखूबी दिया था.