भारत ने रविंद्र जडेजा (5 विकेट) और वॉशिंगटन सुंदर (4 विकेट) की बदौलत शुक्रवार को तीसरे टेस्ट के पहले दिन न्यूजीलैंड को 235 रन पर समेटकर अच्छी शुरूआत की, लेकिन टीम के बल्लेबाजों ने 20 मिनट में ही लय गंवा दी जिससे स्टंप तक पहली पारी में उसका स्कोर चार विकेट पर 86 रन हो गया.
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भारत के सीनियर ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा का मानना है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और आखिरी टेस्ट के पहले दिन 10 मिनट के सामूहिक खराब प्रदर्शन के लिए किसी एक खिलाड़ी को दोषी ठहराना अनुचित है. खेल के अंतिम चरण में भारत का स्कोर एक विकेट पर 78 रन से चार विकेट पर 86 रन हो गया. रोहित शर्मा (18), विराट कोहली (04) और यशस्वी जायसवाल (30) के आउट होने के बाद मेजबान टीम परेशानी में आ गई.
कौन था सबसे बड़ा गुनहगार?
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘यह सब महज 10 मिनट में हो गया. हमें प्रतिक्रिया करने का समय नहीं मिला, लेकिन ऐसा होता है, यह एक टीम खेल है, किसी एक व्यक्ति को विशेष रूप से दोषी नहीं ठहराया जा सकता. छोटी गलतियां होती रहती हैं.’ सीनियर ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को बाकी बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.
जडेजा ने अपने बयान से चौंकाया
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘अब बाकी बल्लेबाजों को साझेदारी करनी होगी और 230 (235) के स्कोर को पार करने की कोशिश करनी होगी. तभी दूसरी पारी की शुरुआत होगी. यह अच्छा होगा अगर अगले बल्लेबाज अपना योगदान दें.’ रवींद्र जडेजा का मानना है कि भारतीय टीम के पास अब भी यह टेस्ट जीतने का मौका है.
6 रन के अंदर गिरे 3 विकेट
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘हमारे पास अब भी मौका है. ऐसा नहीं है कि हम मैच से बाहर हो गए हैं. उम्मीद है कि हम कल अच्छी बल्लेबाजी करेंगे. विकेट पर कुछ हो रहा है, अगर हम अच्छी गेंदबाजी भी करते हैं तो यह अच्छा होगा.’ भारतीय बल्लेबाजी क्रम के एक बार फिर इस तरह से आउट होने के बावजूद जडेजा यह नहीं मानते कि विशेषज्ञ बल्लेबाजों की विफलता निचले क्रम पर बहुत दबाव डाल रही है.
गिरावट का बड़ा कारण
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘दबाव हमेशा रहता है. ऐसा नहीं है कि जब शीर्ष क्रम अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो दबाव हमेशा निचले क्रम पर होता है. जब टॉप ऑर्डर अच्छा प्रदर्शन करता है, तब भी निचले क्रम पर दबाव होता है कि वे ऐसा क्यों नहीं कर रहे हैं?’ रवींद्र जडेजा ने माना कि न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच की पहली पारी में भारत का खराब प्रदर्शन उनकी गिरावट का मुख्य कारण रहा है.
गलतियां दोहराईं और पिछड़ गए
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘कभी कभी जब आप सीरीज में 0-2 से पिछड़ जाते हैं तो आपको कुछ भी करने या वापसी करने में भी समय लगता है. हमने पहले टेस्ट की पहली पारी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और खेल में पिछड़ गए. यहां तक कि पुणे में भी हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और वही गलतियां दोहराईं और पिछड़ गए.’ जडेजा ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि घर पर टेस्ट सीरीज गंवा देंगे.
अपनी सरजमीं पर 18 सीरीज जीती हैं
रवींद्र जडेजा ने कहा, ‘सबसे पहले व्यक्तिगत रूप से मैंने सोचा था कि जब तक मैं खेल रहा हूं, मैं भारत में कोई सीरीज नहीं हारूंगा. हमने अपनी सरजमीं पर 18 सीरीज जीती हैं. मैंने सोचा था कि जब तक मैं भारत में टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं, हम कोई सीरीज नहीं हारेंगे, लेकिन ऐसा हो गया.’