सिडनी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट में टीम इंडिया की खराब शुरुआत के बाद मयंक अग्रवाल ने चेतेश्वर पुजारा के साथ शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर के दूसरे टेस्ट मैच में दूसरी हाफ सेंचुरी लगा डाली. घास होने के बावजूद जब टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. तभी से कहा जाने लगा था कि भारतीय बल्लेबाजों के लिए पहले दो सत्र में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा. लेकिन दूसरे ओवर में केएल राहुल का विकेट गंवाने के बाद भी मयंक ने अपना विकेट बचाते हुए धैर्य भरी पारी खेली और लंच के बाद अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की.


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मयंक की यह फिफ्टी ओवर के 30वें ओवर में आई उन्होंने 96 गेंदों में 6 चौकों के साथ अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की. लंच तक संभल कर खेलने वाले मयंक को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अपने बाउंसर्स से काफी परेशान करने की कोशिश की लेकिन वे मयंक का आत्मविश्वास नहीं डगा सके. लंच तक मयंक मौका देखकर रन भी बनाने से नहीं चूके और 79 गेंदों पर 42 रन बना लिए.



 मयंक ने अपनी फिफ्टी के बाद तेजी से रन बनाए और दो छक्के लगाने के बाद वे एक और छक्का लगाने के फेर में आउट हो गए. उन्होंने 112 गेंदों पर 7 चौके और दो छक्कों की मदद से 77 रनों की पारी खेली. उन्हें स्टार्क ने नाथन लॉयन की गेंद पर लॉन्ग ऑन पर लपका. आउट होने से पहले उन्होंने टीम का स्कोर 100 के पार कराया और दूसरे विकेट के लिए पुजारा के साथ 116 रनों की अहम साझेदारी की. उनके आउट होते समय टीम का स्कोर 126 रन था. 


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मेलबर्न में भी लगाई थी मयंक ने हाफ सेंचुरी
मयंक अग्रवाल ने अपने करियर के पहले टेस्ट मैच में भी शानदार 76 रनों की पारी खेली थी. बॉक्सिंग डे टेस्ट में टीम इंडिया के नए सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरे मयंक ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए बेहतरीन हाफ सेंचुरी लगाई थी. मयंक ने ठीक उसी तरह की बल्लेबाजी की जिस तरह की बल्लेबाजी की उनके कप्तान विराट कोहली उनसे उम्मीद कर रहे थे. मयंक ने यहां भी अपना विकेट भी बचाए रखा और टीम के लिए रन भी बनाए. यही नतीजा रहा कि जब पारी के 36वें ओवर में टीम इंडिया के 80 रन बने तो उसमें से 52 रन मयंक के थे.