नई दिल्ली: कहते हैं दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है. क्रिकेट में यह कहावत सोमवार को चरितार्थ होती नजर आई और वह भी एक कदम आगे जाकर. सोमवार को आईपीएल में सोमवार को हैदराबाद (Sunrisers) और पंजाब (Kings XI) का मुकाबला हुआ. इसमें हैदराबाद के बल्लेबाज डेविड वार्नर (David Warner) ने अपनी टीम के लिए सबसे अधिक 70 रन बनाए. वे इस पारी के दौरान पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन  (Ravichandran Ashwin) के खिलाफ बेहद सतर्क नजर आए. हालांकि, इस सतर्कता के बावजूद वे अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. 


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बहरहाल, जब किसी बल्लेबाज के लिए गेंदबाज से सतर्क होने की बात हो तो यही ख्याल आता है कि उसने बड़ी सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की होगी. लेकिन डेविड वार्नर के साथ ऐसा नहीं था. वार्नर इस गेंदबाज के खिलाफ तब ज्यादा सतर्क होते थे, जब वे नॉन स्ट्राइकर एंड पर होते. ऑफ स्पिनर अश्विन जब भी गेंदबाजी के लिए आगे बढ़ते, तब वार्नर इस बात की पूरी सावधानी बरतते कि वे कहीं मांकड़िंग (Mankading) का शिकार ना हो जाएं. 

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मैच में ऐसा कई बार हुआ जब कोई बल्लेबाज नॉन स्ट्राइकर एंड पर रहते हुए स्टार्ट लेते रहे. लेकिन जब अश्विन गेंदबाजी करते तो नॉन स्ट्राइकर एंड के ये बल्लेबाज क्रीज के भीतर ही रहे. एक बार तो अश्विन की गेंदबाजी से पहले ही वार्नर थोड़ा बाहर निकल गए. लेकिन उन्हें तुरंत एहसास हो गया कि यह गेंदबाज मांकड़िंग का उस्ताद है और वे तुरंत अपना बल्ला क्रीज के भीतर करते देखे गए. कैमरे ने उन्हें पकड़ लिया और बड़ी स्क्रीन पर भी दिखा दिया. 




इससे पहले अश्विन ने राजस्थान के खिलाफ मैच में जोस बटलर को चेतावनी दिए बिना मांकड़िंग आउट कर दिया था, जिसकी काफी आलोचना हुई थी. यह आईपीएल-12 में पहला मौका था, जब किसी बल्लेबाज को मांकड़िंग किया गया था. बता दें कि क्रिकेट में नॉन स्ट्राइकर का बल्लेबाज अगर गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटने से पहले क्रीज से बाहर निकल आए तो उसे रन आउट करने को मांकडिंग कहते हैं.