Pakistan Cricket Team: वनडे वर्ल्ड कप 2023 से पाकिस्तान क्रिकेट टीम की हालत बद से बद्तर होती नजर आ रही है. कभी बाबर की कप्तानी जाती है तो कभी वापस आती है. अब टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी टीम को बुरी तरह से हार झेलनी पड़ी. जिसके बाद लगातार उथल-पुथल मची हुई है. अब खबर है मेगा इवेंट में बंटाधार टीम की गुटबाजी के चलते हुआ है.
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Pakistan Team: वनडे वर्ल्ड कप 2023 से पाकिस्तान क्रिकेट टीम की हालत बद से बद्तर होती नजर आ रही है. कभी बाबर की कप्तानी जाती है तो कभी वापस आती है. अब टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी टीम को बुरी तरह से हार झेलनी पड़ी. मेगा इवेंट में टीम के बंटाधार की वजह और कुछ नहीं बल्कि गुटबाजी ही साबित होती नजर आ रही है. टूर्नामेंट खत्म होने के बाद पीसीबी ने 'हंटर' चलाने के लिए टीम के कुछ खिलाड़ियों रेडार में ले रखा है. इस लिस्ट में सबसे ऊपर शाहीन अफरीदी, इसके बाद बाबर और रिजवान भी शामिल हैं.
बाबर को नहीं मिला सपोर्ट
पाकिस्तान टीम के कुछ सूत्रों के मुताबिक कप्तान बाबर आजम को कुछ प्लेयर्स से सपोर्ट नहीं मिला, जिसके चलते टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. टी20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान टीम पहले हाफ से ही बाहर हो गई. ग्रुप स्टेज में भारत से ही नहीं बल्कि इस टीम को नवजात अमेरिका से भी हार का सामना करना पड़ गया था. खिलाड़ियों के बीच उलझी गुत्थी अभी भी सुलझ नहीं पा रही है.
बाबर के दोबारा कप्तान बनने पर हुई 'गुटबाजी'
वनडे वर्ल्ड कप 2023 में खराब प्रदर्शन के बाद बाबर आजम को कप्तानी छोड़नी पड़ गई थी. टी20 में शाहीन अफरीदी के हाथों में टीम की कमान थी. लेकिन टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले बाबर को फिर कप्तान बना दिया गया. जिसके बाद से ही खिलाड़ियों में फूट पड़ गई और बाबर भी टीम को एकजुट करने में नाकामयाब साबित हुए. कप्तानी से हटाए जाने के बाद शाहीन अफरीदी का माथा ठनका नजर आया.
3 ग्रुपों में बंट गई पाकिस्तान टीम
पीटीआई को टीम के सूत्र ने बताया, 'टीम के तीन ग्रुप हैं जिसमें एक के लीडर बाबर आजम हैं, दूसरे के शाहीन अफरीदी और तीसरे के मोहम्मद रिजवान. टी20 वर्ल्ड कप 2024 में मोहम्मद आमिर और इमाद वसीम जैसे सीनियर प्लेयर्स को जोड़ दें तो पूरा डिजास्टर तैयार हो गया था. इमाद और आमिर की वापसी ने बाबर की मुश्किलें और भी बढ़ा दीं, क्योंकि इन प्लेयर्स से अच्छा प्रदर्शन करवाना एक चैलेंज था. दोनों ने लंबे समय से इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला था और लंबे समय से लीगों में प्रदर्शन कर रहे थे. ऐसे भी कुछ प्लेयर्स थे जो एक-दूसरे से बात नहीं कर रहे थे और अपने ग्रुप के लीडरों को खुश करने के प्रयास में लगे थे.'