Ravichandran Ashwin ने की Pakistan के इस गेंदबाज की तारीफ, कहा- 'सिर्फ वही 'Legal Doosra' फेंकते थे'
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Ravichandran Ashwin ने की Pakistan के इस गेंदबाज की तारीफ, कहा- 'सिर्फ वही 'Legal Doosra' फेंकते थे'

भारतीय गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) पाकिस्तान के स्पिनर सकलेन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) की तारीफ की है साथ ही आईसीसी (ICC) को भी अहम सलाह दी है.

रविचंद्रन अश्विन  (फाइल फोटो)

साउथैम्पटन: टीम इंडिया के सीनियर स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) को लगता है कि सकलेन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) इकलौते स्पिनर थे जो अपने करियर के दौरान ‘वैध दूसरा’ गेंद डालते थे और वो चाहते हैं कि आईसीसी (ICC) को कोहनी मोड़ने की मौजूदा 15 डिग्री की सीमा को हटाकर स्वीकार्य स्तर तक की अनुमति दे देनी चाहिए.

  1. रविचंद्रन अश्विन ने दी ICC को सलाह
  2. '15 डिग्री तक बॉलिंग की लिमिट हटे'
  3. सकलैन मुश्ताक की तारीफ की

‘दूसरा’ पर हुई बात

रविचंद्रन अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ‘परफोरमेंस’ विश्लेषक प्रसन्ना अगोराम से चर्चा के दौरान ऑफ स्पिरनरों की इस खतरनाक गेंद के बारे में विस्तार से बात . सकलेन ने ‘दूसरा’ फेंकने की शुरूआत की और ‘रांग उन’ गेंदबाजी करने वालों में मुथैया मुरलीधरन, हरभजन सिंह और सईद अजमल शामिल हैं.

‘दूसरा’ को खत्म नहीं करना चाहिए-अश्विन

अश्विन ने अपने तमिल यूट्यूब चैनल शो ‘द लीजेंड ऑफ द दूसरा’ में अगोराम के साथ चर्चा में कहा, ‘मेरे हिसाब से, हमें इसे (दूसरा को) खत्म नहीं करना चाहिए बल्कि स्पिनरों को कोहनी के उचित मोड़ के साथ जिम्मेदारी से दूसरा गेंद फेंकने के लिये सक्षम करना चाहिए.’

'15 डिग्री तक की इजाजत मिले'

अश्विन ने कहा, ‘इसमें किसी भी तरह का उल्लघंन नहीं होना चाहिए. हर किसी को 15 डिग्री या 20-22 डिग्री तक मोड़ के साथ गेंदबाजी की अनुमति देनी चाहिए.’ अगोराम चाहते हैं कि आईसीसी कोहनी को 15 डिग्री तक मोड़ने की सीमा को बढ़ा दे और साथ ही स्पिनरों को जिम्मेदारी से दूसरा गेंद फेंकनी चाहिए.

'बॉलर्स को भी आजादी की जरूरत'

अश्विन ने कहा, ‘मैं बल्ले और गेंद में बराबर संतुलन चाहता हूं. गेंदबाजों को भी बल्लेबाजों की तरह आजादी की जरूरत है. इसी से प्रतिस्पर्धा बेहतर हो सकती. मैं गेंदबाजों को टी20 क्रिकेट में 125 रन के स्कोर का बचाव करते हुए देखना चाहता हूं. लब्बोलुवाब यही है.’

ICC को सलाह

प्रसन्ना अगोराम ने कहा, ‘लेकिन कुछ मामलों में जब अंपायरों का एक्शन सिर्फ दूसरा के लिए होता है तो मैं चाहता हूं कि आईसीसी इस कोहनी के मुड़ाव को 18.6 डिग्री तक कर दे. अगर गेंदबाजों को दूसरा गेंदबाजी की इजाजत मिल जाती है तो प्रतिस्पर्धा (बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बीच) पर विचार किया जाना चाहिए.’

अश्विन ने की सकलैन की तारीफ

रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने भी कहा कि पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलेन मुश्ताक (Saqlain Mushtaq) ही इकलौते गेंदबाज थे जो दूसरा गेंद को खूबसूरती से वैध रूप से फेंकते थे. उनके अनुसार वैध दूसरा फेंकने वाले एक अन्य स्पिनर शोएब मलिक हैं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान लगाना शुरू कर दिया.

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