India vs New Zealand: यह गौर करने वाली बात है कि मुकाबले से पहले दोनों टीमें एक दूसरे के गेमप्लान पर काम कर रही हैं. इन सबके बीच कीवी टीम भारत के खिलाड़ियों के लिए किस तरह की रणनीति पर काम कर सकती है, यह समझने की जरूरत है. आइए इस बारे में समझते हैं कि रोहित, विराट, शुभमन और सूर्यकुमार को लेकर कीवी टीम की क्या रणनीति है.
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IND vs NZ Gameplan: मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम और एक और इतिहास का गवाह बनने के लिए तैयार है. वर्ल्ड कप 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड की टीम आमने-सामने है. यह मैच बुधवार को खेला जाएगा. इस मुकाबले में अब महज कुछ ही घंटे शामिल हैं. दोनों टीमें एक दूसरे के गेम प्लान पर नजरें बनाए हुए हैं. यह बात सही है कि भारतीय बल्लेबाजी क्रम शानदार फॉर्म में है, लेकिन न्यूजीलैंड ऐसी टीम है जो अपना होमवर्क ठीक करना जानती है और किसी भी विपक्षी चुनौती को असफल करने का माद्दा रखती है. न्यूजीलैंड की संभावित रणनीतियों को लेकर एक्सपर्ट्स ने बताया है कि कैसे कीवी टीम भारत के साथ मुकाबला कर सकती है और एक-एक इंडियन प्लेयर्स के लिए प्लान बनाकर उतर सकती है. आइए भारत के शीर्ष बल्लेबाजों की तकनीक और खेल शैली के खिलाफ कीवी टीम की संभावित रणनीति समझते हैं.
विराट कोहली के लिए प्लान:
बाएं हाथ के स्पिनर सेंटनर उन्हें परेशान करने की कोशिश करेंगे. सेंटनर के पिछले दो प्रदर्शनों की बात करें जब वे भारत के खिलाफ खेल रहे थे. भारत और न्यूजीलैंड का इसी विश्व कप में धर्मशाला में आमना-सामना हुआ था और उससे पहले 2019 में मैनचेस्टर में हुआ था. तब सेंटनर के आंकड़े 10-2-34-2 थे और धर्मशाला में यह आंकड़ा 10-0-37-1 था. ऐसी टीम में जिसमें ऑलरेडी ट्रेंट बोल्ट जैसे विश्व स्तरीय तेज गेंदबाज हों, वहां इस निरंतरता से बल्लेबाजों को बांधने की बात असाधारण है. इसलिए पावरप्ले समाप्त होने पर कोहली के सामने केन विलियमसन सेंटनर को गेंद थमाएंगे.
श्रेयस अय्यर के लिए योजना:
लोकी फर्ग्यूसन ऊंचे बाउंसरों के साथ हमला कर सकते हैं. इन्हीं बीच के ओवरों में एक और बेहतरीन आमना-सामना यह भी होगा. इस दौरान छोटी गेंदों से अय्यर का परीक्षण करने की न्यूजीलैंड की रणनीति है. इस योजना का प्रमुख हथियार फर्ग्यूसन हैं. उन्होंने इसका पहले भी बहुत प्रभावी ढंग से उपयोग किया है. उन्होंने शायद ही कोई ऐसा स्पेल फेंका हो जहां मिड-ऑन और मिड-ऑफ दोनों को पीछे धकेला गया हो. हालांकि श्रेयस ने अपनी तकनीक में बदलाव किया है और वे अब छोटी गेंदों को संभालते नजर आते हैं.
सूर्यकुमार यादव के सामने क्या होगा?
कीवी टीम की योजना यह होगी कि बाएं हाथ के ट्रेंट बोल्ट फुल बॉल और पैड पर टारगेट करेंगे. इन-डिपर के साथ सूर्यकुमार यादव की परेशानी बढ़ा सकते हैं. इसमें फुल बॉल और पैड को निशाना बनाना शामिल है. इस रणनीति का फायदा साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने उठाया था. कीवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट यही रणनीति अपना सकते हैं.
शुभमन गिल के खिलाफ योजना
तेज गेंदबाज फुल लेंथ गेंदों से निशाना बना सकते हैं. यह एक पुरानी समस्या है जिसका न्यूजीलैंड ने पहले भी फायदा उठाया है. वे गेंदें जो फुल लेंथ पर गिरती हैं और अंदर आती हैं, वे परेशानी का सबब बन सकती हैं. शुभमन गिल आमतौर पर आगे की ओर झुकने में थोड़ा देर कर देते हैं, और अपने वजन को आगे की तरफ बढ़ाकर स्लो हो जाते हैं. इसके बाद गेंद स्टंप की तरफ तब निकल जाती है जब बल्ले और पैड में अंतर दिख जाता है. इसी तरह जेम्स एंडरसन और कैगिसो रबाडा जैसे तेज गेंदबाजों ने गिल को परेशान किया है.
रविंद्र जाडेजा के सामने योजना:
बॉडी लाइन छोटी गेंदें. न्यूजीलैंड के गेंदबाज इस रणनीति के साथ जाडेजा को परेशान कर सकते हैं. इस पर जाडेजा कभी-कभी परेशान हो जाते हैं. खास बात है कि न्यूजीलैंड ने 2019 के सेमीफाइनल में भी इसे आजमाया था. यहां तक कि इस विश्व कप में फर्ग्यूसन और मैट हेनरी ने इसे आजमाया, लेकिन जाडेजा ने दो बार फाइन-लेग पर खेल दिया.
रोहित शर्मा के खिलाफ योजना
पारी की शुरुआत में दोनों तरफ से स्विंग कराने की योजना. एक्सपर्ट्स का सिर्फ यही मानना है कि रोहित शर्मा को रोकने का सबसे अच्छा तरीका उन्हें जल्दी आउट करना है. इस विश्व कप में अब तक केवल ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका ने ही यह उपलब्धि हासिल की है. एक बार जब जोश हेज़लवुड और दूसरी बार मधुशंका ने ऑफ-कटर के जरिए ऐसा किया. सिर्फ यही एक रणनीति है जो रोहित के खिलाफ कारगर होगी वरना रोहित की बैटिंग के बारे में कुछ कहने की जरूरत नहीं है.
केएल राहुल के खिलाफ गेमप्लान:
ऑफ-स्टंप के आसपास तेज गेंदबाजी. लेग-साइड पर घातक और ऑफ पर सहज, केएल राहुल को आउट करने का सबसे संभावित तरीका यही है. उनके पास ऑफ-साइड स्ट्रोक्स की एक जबरदस्त सीरीज है. अच्छी गेंदों पर ड्राइव, कट, टैप और ग्लाइड, यह सब उनकी तरकश में शामिल है. यदि कोई तेज गेंदबाज किसी भी तरह से मूवमेंट हासिल कर सकता है, तो वह केएल राहुल को परेशान कर सकता है. साउदी ऐसा कर सकते हैं, लेकिन उनकी तेज गति की कमी उनके लिए सिरदर्द है.