विशाखापत्तनम: इंडियन प्रीमियर लीग में लीग मैचों में केवल 12 अंक लेकर ही प्लेऑफ में जगह बनाने वाली हैदराबाद की टीम एलिमिनेटर में दिल्ली के खिलाफ मजबूत टीम मानी जा रही थी. टीम तीन टीमों में बेहतर नेट रनेरट के कारण अंक तालिका में चौथा स्थान बना पाई थी. कड़ी टक्कर वाले मैच में दिल्ली को दो विकेट से जीत मिली. इस मैच में हैदराबाद की टीम के प्रमुख कारणों का खुलासा टीम के कप्तान केन विलियमसन ने मैच के बाद किया


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टीम 162 का स्कोर बचा सकती थी
विलियमसन को लगता है कि एलिमिनेटर में दिल्ली के खिलाफ 162 रन का स्कोर प्रतिस्पर्धी था लेकिन उनके खिलाड़ी कैच लपकने में और गेंदबाजी में ज्यादा सटीक नहीं रहे जिससे उनकी टीम इसका बचाव नहीं कर सकी. विलियमसन ने मैच के बाद कहा, ‘‘यह कुछ ऐसी पिचों में से एक थी जिस पर करीबी मैच होते हैं. मेरा मानना है कि हमने अपनी पारी के बाद प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया. मैं जानता था कि पावरप्ले ओवरों के बाद इस लक्ष्य का पीछा करना थोड़ा पेचीदा होगा क्योंकि इस तरह के स्कोर के साथ जीत का अंतर थोड़ा ही रहता है.’’ 


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दिन निराशाजनक था
मैच में हैदराबाद को कई मौके मिले जिससे वह मैच में खुद बनाए रख सकती थी. इसमें सबसे उल्लेखनीय पृथ्वी शॉ का कैच छूटना और बासिल थम्पी का फेंका गया पारी का 18 ओवर था जिसमें पंत ने पांच गेंदों में 21 रन ठोक डाले थे. विलियमसन ने कहा, ‘‘हम पहले काफी मजबूत स्थिति में थे लेकिन इसका फायदा नहीं उठा सके. आज का दिन ऐसा दिन था और यह थोड़ा निराशाजनक है. ’ 



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बस हम बेहतर नहीं हो सके
विलियमसन ने कहा, ‘‘दिल्ली ने काफी अच्छा खेल दिखाया, उनकी टीम मजबूत है और मुझे लगता है कि वे इस जीत के हकदार थे.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें भरोसा था कि इस स्कोर से भी हम जीत सकते हैं लेकिन उन्होंने अच्छी शुरूआत की और लय हासिल की. उनके पास कुछ बेहतरीन खिलाड़ी हैं. जैसी इस विकेट से उम्मीद थी, हमने पर लगाम कस ली थी और आगे बढ़ गये थे लेकिन हम कैच लेने में और गेंदबाजी में इतने सटीक नहीं रहे. हम इतने शानदार नहीं रहे. यह हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था, कुछ चीजों में बदलाव करने की जरूरत थी. यह विजयी स्कोर हो सकता था.’’ 
(इनपुट भाषा)