IPL 2022: लखनऊ की हार के बाद भड़के दिग्गज, कप्तान राहुल को ही ठहरा दिया हार का जिम्मेदार
IPL 2022: लखनऊ सुपर जायंट्स को आरसीबी के खिलाफ एलिमिनेटर मैच में हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही लखनऊ की टीम आईपीएल 2022 से बाहर भी हो गई है.
Sanjay Manjrekar: भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा कि अगर ओपनिंग बल्लेबाज केएल राहुल लंबे समय के बजाय तेज बल्लेबाजी करते हैं, तो आईपीएल या अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को बहुत फायदा हो सकता है. राहुल ने आईपीएल 2022 एलिमिनेटर मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ 58 गेंदों में 79 रन बनाए. लेकिन वह 19वें ओवर में जोश हेजलवुड की गेंद पर आउट हो गए, जिससे लखनऊ 14 रनों से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया.
राहुल ने की थी धीमी बैटिंग
राहुल ने पावरप्ले के अंत तक धीमी बल्लेबाजी की, जब तक कि अंतिम 7 ओवरों में 99 रन की जरूरत नहीं पड़ी. तब उन्होंने तेज बल्लेबाजी शुरू की, इसके बाद राहुल ने 136 के स्ट्राइक रेट से 58 गेंदों में 79 रन बनाए, लेकिन लखनऊ को क्वालीफायर 2 तक ले जाने के लिए यह पर्याप्त नहीं था. राहुल की धीमी पारी के बाद पर सवाल उठाए गए हैं.
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के हवाले सें मांजरेकर ने कहा, 'केएल राहुल खुद ऐसा करने की क्षमता रखते हैं. आप देखते हैं कि हर बार जब उन्होंने बड़े शॉट खेलने का फैसला किया, तो वह बेहतर कर पाए हैं. उन्होंने जोश हेजलवुड के खिलाफ कुछ शानदार शॉट खेले. लेकिन उन्होंने अपना दृष्टिकोण बदल लिया था, जिससे वह तेज खेलने के बजाय लंबे समय तक बल्लेबाजी करना चाहते थे.'
मांजरेकर ने कहा, 'अगर मैं उनका कोच होता, तो मैं उन्हें तेज बल्लेबाजी करने को कहता. भले ही वह कप्तान हों क्योंकि हमने बहुत सारे मैच देखे हैं, जहां टीमों को बहुत फायदा होगा अगर केएल राहुल सिर्फ लंबे समय के बजाय तेज बल्लेबाजी करते हैं.' मांजरेकर ने आगे टिप्पणी की है कि राहुल टीम में मुख्य बल्लेबाजी का जिम्मा नहीं उठा सकते, खासकर जब वह आईपीएल में कप्तानी कर रहे हों, ऐसा कुछ जो एमएस धोनी या विराट कोहली जैसे कप्तान ने किया है.
राहुल ने जमकर कूटे हैं रन
हालांकि राहुल ने 2018 से आईपीएल के हर सीजन में 550 से अधिक रन बनाए हैं, 2019 से 2022 तक उनका स्ट्राइक रेट से 135.38, 129.34, 138.80 और 135.38 रहा है, जो भारत के लिए उनके 142.49 के स्ट्राइक रेट की तुलना में कम है. मांजरेकर ने राहुल को अकेले मैच जीतने का बोझ उठाने के बजाय बल्लेबाजी करते हुए मस्ती करने और खुद को अभिव्यक्त करने की सलाह दी.
उन्होंने कहा, 'एक कोच के रूप में, मैं उन्हें यह बताने की कोशिश करता कि मैं आपसे मैच जीतने की उम्मीद नहीं कर रहा हूं. आप बस मैदान पर जाओ और मजे से बल्लेबाजी करो. आप देखेंगे कि परिणाम आने शुरू हो गए हैं.'