नई दिल्ली: शूटर मनु भाकर ने महज 16 साल की उम्र में जब दुनियाभर में मेडल जीते तो पूरा देश उनका प्रशंसक हो गया. यूथ ओलंपिक में उनके गोल्ड जीतने पर हरियाणा सरकार ने उन्हें दो करोड़ की इनामी राशि देने का ऐलान किया. खुद खेल मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर मनु को इसकी बधाई दी और इनाम देने की भी घोषणा की. लेकिन करीब दो महीने बाद भी मनु भाकर को यह इनाम नहीं मिला है. मनु भाकर ने इसकी याद दिलाई, तो खेल मंत्री विज ने उन्हें एक तरह से फटकार भी लगा दी. 


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हरियाणा की मनु भाकर ने शुक्रवार (4 जनवरी) को ट्वीट किया. उन्होंने इसमें खेल मंत्री अनिल विज को टैग करके पूछा कि सर प्लीज यह कन्फर्म करिए कि क्या यह सही है, या सिर्फ जुमला है. इससे पहले अनिल विज ने लिखा था, ‘हरियाणा सरकार इस गोल्ड के लिए मनु भाकर को दो करोड़ की राशि इनाम देगी. पिछली सरकारों में यह राशि मात्र 10 लाख हुआ करती थी.  

 



 


बहरहाल, मनु भाकर का यह ट्वीट खेल मंत्री अनिल विज को नागवार गुजरा. उन्होंने मनु भाकर पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए जवाब दिया. उन्होंने यह भी कहा कि मनु भाकर को यह विवाद खड़ा करने का अफसोस होना चाहिए. 

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अनिल विज ने इसके जवाब में दो ट्वीट किए. उन्होंने इसमें कहा, ‘मनु भाकर को सार्वजनिक तौर पर इस विवाद को खड़ा करके राज्य सरकार को अपमानित करने से पहले खेल विभाग से बात करनी चाहिए थी. मैंने मनु को इनाम देने का जो ट्वीट किया है, वह उन्हें जरूर मिलेगा.’ 


 




खेलमंत्री ने दूसरे ट्वीट में कहा कि खिलाड़ियों को अनुशासन की थोड़ी समझ होनी चाहिए. मनु भाकर को यह विवाद खड़ा करने का अफसोस होना चाहिए. उन्हें अपना ध्यान खेल पर लगाना चाहिए. देश में अक्सर देखा गया है कि खिलाड़ियों को अपने इनाम के लिए आवाज उठानी पड़ी है. अभी जिस तरह का मामला मनु भाकर का सामने आया है. वैसे ही मामले साइना नेहवाल, सानिया मिर्जा से भी जुड़े रहे हैं, जब उन्हें अपने इनाम के लिए कई-कई महीने इंतजार करना पड़ा है.