नई दिल्ली: इतिहास के बेहतरीन फार्मूला वन रेसिंग ड्राइवर माने जाने वाले ऑस्ट्रेलिया के लीजेंड निकी लोदा का 70 साल की उम्र में निधन हो गया. लोदा के परिवार ने मीडिया को जानकारी दी कि लोदा ने सोमवार रात को अंतिम सांस ली. निकी के निधन से खेल जगत में शोकमग्न है. निकी तीन बार विश्व चैंपियन रह चुके हैं. उन्होंने 1975, 1977, और 1984 में फार्मूला वन चैंपियनशिप जीती थी. 


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शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली निकी ने
निकी के परिवार के प्रवक्ता ने बताया जानकारी देते हुए बताया, “ बहुत गहरे दुख के साथ हमें यह घोषणा करनी पड़ रही है कि हमारे प्यारे निकी ने सोमवार शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली.” उनके अंतिम समय में उनके परिवार वाले उनके साथ थे. बयान में कहा गया, “एक एथलीट और एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर निकी की विशेष उपलब्धियां हमेशा याद रखी जाएंगी. अब उनकी कर्मठता, साफगोई और उनका साहस ही बचे हैं. वे हमारे लिए एक रोल मॉडल और आदर्श थे. वे एक स्नेही और ख्याल रखने वाले पति, पिता और दादा थे. लोगों से दूर रहने वाले निकी को हम मिस करेंगे” 



 22 फरवरी 1949 को पैदा हुए ड्रियास निकोलस "निकी" लोदा  को फार्मूला वन के संसार में बहुत ही सम्मान की निगाहों से देखा जाता है.  उन्होंने फरारी के लिए दो खिताब और मैक्लॉरेन के लिए एक खिताब जीता था. 1976 में एक खौफनाक दुर्घटना में निकी जलकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की थी निकी ने 171 रेसों में हिस्सा लिया था. और उनमें से 25 में जीत ही हासिल की थी. 


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निकी एक बेहतरीन स्पोर्टस पर्सन के अलावा कुशल बिसनेस मैन भी थे. एयरलाइन बिजनेस में उनकी विशेष रुचि थी और उन्होंने खुद की दो एयरलाइन कंपनी भी खोली थी. फार्मूला वन मैनेजमेंट में वे सीनियर पदों पर रहे थे. 2012 से वे मर्सडीज के गैर कार्यकारी चेयरमैन रहे थे और लुईस हैमिल्टन की टीम को मदद करते रहे थे. 


सोशल मीडिया पर निकी को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. 



पिछले साल ही  निकी का लंग ट्रांस्प्लांट हुआ था. जबकि इसी साल जनवरी में वे दस दिन तक फ्लू से पीड़ित होने के कारण अस्पताल में भरती थे.इनके नाम लोदा एयर और निकी हैं. वे दो साल के लिए जगुआर फॉर्मूला वन रेसिंग टीम के मैनेजर रहे थे.