दोहा: भारत की मिश्रित रिले टीम (Indian Mixed Relay Team) ने इतिहास रचते हुए अगले साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक (Toko Olympics) के लिए क्वालीफाई कर लिया है. भारतीय टीम ने यहां जारी विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के दूसरे दिन चार गुणा 400 मिश्रित रिले स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाई और टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना स्थान पक्का किया.


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भारत की मोहम्मद अनस याहिया, वेलुवा कारथ विस्मया, जिसना मैथ्यू और नोग निर्मल टॉम की चौकड़ी ने हीट-2 में तीसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. भारतीय टीम को युवा और खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर बधाई भी दी. 


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विश्व चैंपियनशिप के रिले रेस के फाइनलिस्ट (टॉप 8) में रहने वाली टीम ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर जाती है और इस तरह भारतीय मिक्स्ड रिले टीम ने फाइनल में तीसरे स्थान पर रहते हुए ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रच दिया. भारतीय टीम ने तीन मिनट 16.14 सेकेंड का समय निकाला. हर हीट में से शीर्ष-3 टीम फाइनल में जगह बनाई है. यह भारतीय टीम का इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है.



उल्लेखनीय है कि जकार्ता एशियन गेम्स 2018 में भारत की मिश्रित रिले टीम ने सिल्वप मेडल जीता था. इस स्पर्धा में भारत ने विरोध दर्ज कराया था कि बहरीन की धाविका ने रिले रेस के दौरान हिमा दास को बाधा पहुंचायी थी जिससे भारत दूसरे स्थान पर रहा. बाद में भारत की इस अपील का खारिज भी कर दिया गया. यह इवेंट एशियन गेम्स में तब पहली बार आयोजित किया गया था. 


इससे पहले एमपी जबीर और दुती चंद अपने इवेंट्स में आगे बढ़ने से चूक गए. दुती चंद महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में पहले दौर में ही बाहर हो गई थीं. वहीं एपी जबीर 400 मीटर बाधा दौड़ में सेमीफाइनल में पहुंच कर बाहर हो गए थे. 
(इनपुट आईएएनएस)