डेल ने अपने वर्क-फ्रॉम-होम यानी WFH पॉलिसी को बदल दिया है. उन्हें हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना होगा. ऐसा न करने पर उनके करियर पर असर पड़ सकता है.
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डेल कंपनी ने ऐलान किया है कि अब जो कर्मचारी घर और ऑफिस दोनों जगह से काम करते हैं (हाइब्रिड रोल), उन्हें हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना होगा. ऐसा न करने पर उनके करियर पर असर पड़ सकता है. कंपनी ने सोमवार को कर्मचारियों को ईमेल भेजकर यह जानकारी दी है. डेल का मानना है कि सीधे मिलकर काम करने से नई चीजें सीखने और कंपनी को दूसरों से अलग बनाने में मदद मिलती है.
महामारी के दिनों में, डेल कंपनी ने भी कई दूसरी बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों की तरह अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दी थी. तब लगभग 60% कर्मचारी रेगुलरली घर से ही काम कर रहे थे. लेकिन अब महामारी कम हो गई है, इसलिए कंपनी ने अपने वर्क-फ्रॉम-होम यानी WFH पॉलिसी को बदल दिया है. मार्च 2023 में डेल ने कहा था कि जिन कर्मचारियों का ऑफिस घर से एक घंटे की दूरी पर है, उन्हें हफ्ते में कम से कम 3 दिन ऑफिस आना होगा. अब इस नियम को और सख्त कर दिया गया है और कंपनी के सभी कर्मचारियों पर लागू किया जा रहा है, भले ही उनका घर ऑफिस से कितनी दूर हो.
ऑफिस से दूर रहने पर करियर पर पड़ेगा असर
कुछ कम वेतन वाले कर्मचारी भले ही पूरा समय घर से काम करना चाहें, लेकिन अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, ऐसा करने से उनके करियर की तरक्की रुक सकती है. जो लोग ऑफिस से दूर रहते हैं, उन्हें अब ऑफिस आना पड़ेगा. घर से काम करने को करियर के लिए "नुकसानदेह" माना जा रहा है. पिछले साल डेल कंपनी ने अपने 6,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की थी, जो उसके पूरे कर्मचारियों का लगभग 5% था. भले ही कंपनी ने इतने लोगों को निकाला, लेकिन पिछले 12 महीनों में डेल के शेयरों की कीमत बहुत बढ़ गई है. अब कंपनी का मूल्य लगभग दोगुना होकर 60 अरब डॉलर हो गया है.
कईयों को पसंद नहीं आया नियम
लेकिन, डेल का ऑफिस वापसी (RTO) का नियम कई लोगों को पसंद नहीं आया है, खासकर बुज़ुर्ग कर्मचारियों को. कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि घर से काम करने की सुविधा की वजह से कई बुज़ुर्ग लोग नौकरी छोड़ने की बजाय काम करना जारी रख पाए थे. ऐसे में डेल का नया नियम उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है.