ATM से एक साल तक करते रहे फ्रॉड, लेकिन लोगों को छोड़ो बैंक कर्मचारियों को भी पता नहीं चला, ऐसे खुली पोल
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ATM से एक साल तक करते रहे फ्रॉड, लेकिन लोगों को छोड़ो बैंक कर्मचारियों को भी पता नहीं चला, ऐसे खुली पोल

ATM Scam: एक ऐसा स्कैम सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया. स्कैमर्स ने लोगों के साथ ठगी करने के लिए ATM मशीन के साथ छेड़छाड़ की. स्कैमर्स ने ऐसी तरकीब अपनाई जिससे बैंक कर्मचारी भी स्कैम का पता नहीं लगा पाए और यह स्कैम पूरे एक साल तक चलता रहा. 

ATM से एक साल तक करते रहे फ्रॉड, लेकिन लोगों को छोड़ो बैंक कर्मचारियों को भी पता नहीं चला, ऐसे खुली पोल

ATM Fraud: आपने कई ऑनलाइ स्कैम के बारे में सुना होगा, जिसमें स्कैमर्स लोगों के साथ ठगी करने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, एक ऐसा स्कैम सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया. स्कैमर्स ने लोगों के साथ ठगी करने के लिए ATM मशीन के साथ छेड़छाड़ की. स्कैमर्स ने ऐसी तरकीब अपनाई जिससे बैंक कर्मचारी भी स्कैम का पता नहीं लगा पाए और यह स्कैम पूरे एक साल तक चलता रहा. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं. 

तिरुवनंतपुरम में SBI के एक ATM से 2.52 लाख रुपये चोरी करने के आरोप में दो अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया गया है. उन्होंने एटीएम मशीन से पैसे निकालने की प्रक्रिया में छेड़छाड़ की. फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 

कैसे हुआ ये फ्रॉड?

यह फ्रॉड जून 2022 से जुलाई 2023 के बीच चलता रहा. आरोपियों ने कई चोरी हुए या खोए हुए एटीएम कार्ड का इस्तेमाल किया. वे पद्मविलासम रोड पर स्थित एक SBI एटीएम से पैसे निकालते थे. लेकिन चालाकी यह थी कि वे एटीएम से पैसे निकालने के बाद मशीन के कैश डिस्पेंसिंग कम्पार्टमेंट में सिर्फ एक नोट छोड़ देते थे. इससे एटीएम को यह लगता था कि पैसा नहीं निकला है और वह 'टाइमआउट एरर' दिखा देता था. इससे लोगों के अकाउंट्स से पैसे नहीं कटते थे. 

इसका मतलब यह था कि ATM फ्रॉड की कोई रिपोर्ट नहीं की गई थी, क्योंकि किसी भी बैंक कस्टमर के अकाउंट से पैसा नहीं काटा गया था. लेकिन ATM मशीन में जमा की गई राशि और ग्राहकों के अकाउंट से निकाली गई राशियों में अंतर था. 

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फ्रॉड का पता कैसे चला?

एटीएम में जमा की गई कुल रकम और निकाली गई रकम में अंतर पाया गया.बैंक की एक कमेटी ने इसकी जांच की लेकिन कारण का पता नहीं लगा पाई. कमेटी को शक था कि बैंक के कर्मचारियों ने ही ऐसा किया है. 

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लेकिन सीसीटीवी फुटेज की जांच से सच्चाई सामने आई. पुलिस ने आरोपियों को पहचान लिया. उन्होंने देखा कि आरोपी कई बार एटीएम जाते थे और कई चोरी हुए कार्डों का इस्तेमाल करते थे. इसके बाद SBI अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों की तस्वीरें पुलिस को दीं. 

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