Dark Web: ज्यादातर ऑनलाइन फ्रॉड और अवैध गतिविधियों में डार्क वेब का नाम आता है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह क्या होता है और कैसे काम करता है. यह इंटरनेट का ही एक हिस्सा होता है लेकिन, अलग तरीके से काम करता है. आइए आपको इसके बारे में बताते हैं.
Trending Photos
What is Dark Web: आजकल डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आ चुके हैं. उन्होंने लोगों के साथ फ्रॉड करने का नया तरीका है. इसमें स्कैमर्स खुद को पुलिस या किसी एजेंसी के अधिकारी होने का दावा करते हैं और लोगों के साथ धोखाधड़ी करते है. इसके साथ ही हाल ही में उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि व्यक्ति अपने फ्लैट में ही एडवांस टेक्नोलॉजी की मदद से गांजे की खेती कर रहा था. पुलिस के अनुसार आरोपी डार्क वेब के माध्यम से गांजे की सप्लाई करता था. इसमें डार्क वेब का नाम आ रहा है. आइए आपको बताते हैं कि डार्क वेब क्या होता है.
क्या होता है Dark Web?
डार्क वेब इंटरनेट का एक ऐसा हिस्सा है जो सामान्य सर्च इंजन से नहीं खोजा जा सकता. इसे एक्सेस करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर और नेटवर्क की जरूरत होती है. यह इंटरनेट का वह हिस्सा है जहां अक्सर गैरकानूनी गतिविधियां होती हैं, जैसे कि ड्रग्स की खरीद-फरोख्त, हथियारों का व्यापार, और व्यक्तिगत जानकारी की चोरी.
Dark Web कैसे काम करता है?
अनियन राउटर - डार्क वेब को एक्सेस करने के लिए सबसे आम तरीका है अनियन राउटर का इस्तेमाल करना. यह एक ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर है जो इंटरनेट कनेक्शन को एनक्रिप्ट करता है और डेटा को कई सर्वरों के माध्यम से रूट करता है. इससे ऑनलाइन एक्टिविटी और यूजर की लोकेशन को ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है.
डील - डार्क वेब पर यूजर की जानकारी गुप्त होती है, जिसे डिकोड करना मुश्किल होता है. इसके अलावा डार्क पर डील करने के लिए वर्चुअल करेंसी की इस्तेमाल किया जाता है, जैसे कि बिटकॉइन. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि ट्रांजैक्शन को ट्रैक न किया जा सके.
यह भी पढ़ें - QR Code स्कैम से शख्स ने पेट्रोल पंप वालों को लगाया चूना, अपनाई ऐसी तरकीब कि हैरान रह गई पुलिस
Dark Web का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
डार्क वेब का इस्तेमाल अक्सर गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जाता है. इस पर यूजर की जानकारी प्राइवेट रहती है. कुछ देशों में इंटरनेट पर सेंसरशिप होती है. डार्क वेब का इस्तेमाल सेंसर किए गए कंटेंट तक एक्सेस प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है.
यह भी पढ़ें - Jiohotstar का डोमेन बेचने वालों को मुकेश अंबानी ने दिखाया ठेंगा, Coming Soon टीजर के साथ दिखी नई वेबसाइट
Dark Web पर स्कैम
अवैध गतिविधियां - डार्क वेब पर कई तरह की अवैध गतिविधियां होती हैं, जैसे कि ड्रग्स की खरीद-फरोख्त, हथियारों का व्यापार, और चाइल्ड पोर्नोग्राफी.
स्कैम - डार्क वेब कई सारे स्कैम होते हैं. यहां यूजर की पर्सनल डिटेल्स लीक करने की धमकी देकर पैसे वसूले जाते हैं.
वायरस और मालवेयर - डार्क वेब पर कई तरह के वायरस और मालवेयर पाए जाते हैं जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.